हिंदू और मुस्लिम मिलकर स्थापित करते हैं प्रतिमा
गांडेय. एकता का प्रतीक है बड़कीटांड़ दुर्गा मंडप पर्व-त्योहार हमें भाईचारा और सौहार्द का संदेश देते हैं. इसी की मिसाल है गांडेय प्रखंड स्थित बड़कीटांड़ पंचायत स्थित दुर्गा मंडप. यहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग एकसाथ मिलकर पूजा का आयोजन करते हैं. लोग बढ़-चढ़कर एक-दूसरे के पर्व-त्योहार में शरीक होते हैं. गांडेय : बड़कीटाड़ […]
गांडेय. एकता का प्रतीक है बड़कीटांड़ दुर्गा मंडप
पर्व-त्योहार हमें भाईचारा और सौहार्द का संदेश देते हैं. इसी की मिसाल है गांडेय प्रखंड स्थित बड़कीटांड़ पंचायत स्थित दुर्गा मंडप. यहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग एकसाथ मिलकर पूजा का आयोजन करते हैं. लोग बढ़-चढ़कर एक-दूसरे के पर्व-त्योहार में शरीक होते हैं.
गांडेय : बड़कीटाड़ पंचायत के हरिजन मुहल्ला स्थित दुर्गा मंडप हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है. यहां दोनों समुदाय के द्वारा मिलकर शुरू की गयी पूजा आज भी क्षेत्र में मिसाल है. दोनों समुदाय के लोग मिलकर मंडप में प्रतिमा स्थापित करते हैं तथा पूजा में सहयोग करते हैं. बताया जाता है कि वर्ष 1941 में स्वर्गीय भोली दास की पहल पर आसपास के दोनों समुदाय के लोगों के सहयोग से दुर्गा पूजा की शुरुआत की गयी थी.
आजादी के बाद से आज तक यहां दोनों समुदाय के लोग दुर्गा पूजा में एक मंच पर नजर आते हैं. पूजा कमेटी का गठन हो अथवा अन्य कार्य दोनों समुदाय के लोग मिलकर पूजा का आयोजन करते हैं. जानकार बताते हैं कि पूर्व से ही दोनों समुदाय के लोग एक साथ दुर्गा पूजा व मुहर्रम मनाते रहे हैं. दुर्गा पूजा में मुस्लिम समुदाय के लोगों की बैलगाड़ी में प्रतिमा का विसर्जन किया जाता रहा है. हालांकि आधुनिक युग में बैलगाड़ी के स्थान पर ट्रैक्टर से प्रतिमा का विसर्जन किया जा रहा है. सांप्रदायिक एकता को चर्चित बड़कीटांड़ में वर्तमान में भी दोनों समुदाय के लोगों की सहभागिता रहती है. दोनों समुदाय के लोग मिलकर कमेटी का गठन कर पूजा व मेले का आयोजन करते हैं.
पूजा कमेटी में दोनों समुदाय के लोग हैं सदस्य
दुर्गा पूजा समिति के निदेशक राजकुमार रविदास ने बताया कि यहां शांतिपूर्ण तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है. पूजा कमेटी में दोनों समुदाय के लोगों की सहभागिता रहती है. अध्यक्ष सुखदेव रविदास के अलावा कमेटी में रज्जाक अंसारी, जुम्मन मियां, मेहबूब आलम, विजय दास, समशुल अंसारी, अबुल अंसारी, मुस्लिम मियां, मनोज दास, मंगरु दास, डीलो दास, कैलास दास आदि शामिल हैं.त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल है.