भाजपा के धरना पर जिला प्रशासन की रोक

गिरिडीह : बिरनी प्रखंड के सलैडीह के जुलूस प्रकरण में रास्ता संबंधी विवाद के स्थायी समाधान की मांग को ले भाजपा द्वारा अनिश्चितकालीन धरना के लिए झंडा मैदान को उपलब्ध कराने की मांग पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. इस संबंध में जिला नजारत उप समाहर्ता ने भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक उपाध्याय को पत्र देकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2014 2:16 AM

गिरिडीह : बिरनी प्रखंड के सलैडीह के जुलूस प्रकरण में रास्ता संबंधी विवाद के स्थायी समाधान की मांग को ले भाजपा द्वारा अनिश्चितकालीन धरना के लिए झंडा मैदान को उपलब्ध कराने की मांग पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. इस संबंध में जिला नजारत उप समाहर्ता ने भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक उपाध्याय को पत्र देकर जानकारी दी है. पत्र में कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता लागू है.

ऐसे में अनिश्चितकालीन धरना देने के लिए झंडा मैदान उपलब्ध कराना संभव नहीं है. विदित हो कि जिले के बिरनी प्रखंड के सलैडीह गांव में रामनवमी जुलूस को लेकर विवाद हुआ था. इस मामले के बाद प्रशासन द्वारा कमेटी गठित कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है. इधर, भाजपा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में प्रशासन की लापरवाही खुलकर सामने आयी है. मामले को सुलझाने के लिए जिस कमेटी का गठन किया गया है, उसमें भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया गया है.

पिछले दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय ने भी आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से एकपक्षीय कार्रवाई की जा रही है. रामनवमी का झंडा रास्ता विवाद के कारण अब तक विसर्जित नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जिस रास्ते से होकर जुलूस ले जाने पर रोक लगायी गयी है, वह सर्वे का एकमात्र रास्ता है. इस रास्ते से सभी धर्म के लोग अपने-अपने जुलूस को ले जाते रहे हैं.

श्री राय ने घोषणा की थी कि इस मामले का समाधान अविलंब नहीं किया जाता है तो वे धरना पर बैठेंगे. प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर ही भाजपा के जिलाध्यक्ष अशोक उपाध्याय ने धरना के लिए प्रशासन से गिरिडीह झंडा मैदान उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था. चूंकि चुनावी आचार संहिता लागू है, इसलिए प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी.

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