तंगहाली में वृद्ध दंपती ने तोड़ा दम
राजेश पांडेय हजारीबाग रोड : सरिया प्रखंड क्षेत्र के कुसमाडीह में तंगहाली से एक वृद्ध दंपती की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना ने एक ओर जहां सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की पोल खोल कर रख दी है, वहीं यह भी साबित कर दिया कि अभी भी दाने-दाने को […]
राजेश पांडेय
हजारीबाग रोड : सरिया प्रखंड क्षेत्र के कुसमाडीह में तंगहाली से एक वृद्ध दंपती की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना ने एक ओर जहां सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की पोल खोल कर रख दी है, वहीं यह भी साबित कर दिया कि अभी भी दाने-दाने को मोहताज कई लोग हैं. साथ ही सही मायने में गरीबों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं व योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
जैसे-तैसे जीवन गुजर-बसर कर रहा था दंपती : विदित हो कि कुसमाडीह निवासी भरत तूरी (60 वर्ष) व उनकी पत्नी (55 वर्ष) काफी गरीब व असहाय थ़े मेहनत-मजदूरी कर किसी तरह अपना व अपने बेटे का पेट पालते थे, परंतु उम्र बढ़ते ही दोनों के शरीर ने जब जवाब दे दिया तो जैसे-तैसे जीवन गुजर बसर करने लगे. भरत तूरी को अपनी पत्नी के अलावा पुत्र का पालन-पोषण करने में काफी परेशानी हो रही थी. क्योंकि उसका पुत्र भी अर्ध विक्षिप्त व मिरगी रोग से ग्रस्त है़ वृद्ध होने के कारण दंपती एक वक्त की रोटी का भी जुगाड़ नहीं कर पा रहे थे.
अंत्योदय का ही मिलता था अनाज : दंपती को सिर्फ अंत्योदय योजना का ही लाभ मिलता था़ इसके बल पर पेट की आग बुझाना उनके लिए मुमकिन नहीं था. इधर-उधर से मांग कर किसी तरह दंपती अपना पेट भरते थे. परंतु समुचित मात्र में भोजन नहीं मिलने से पिछले शुक्रवार यानी दो मई को भरत तूरी की पत्नी बंधनी देवी की मौत हो गयी. गांव वालों के सहयोग से उनका अंतिम संस्कार किया गया था.वहीं सोमवार को भरत तूरी की भी मौत हो गयी़ दंपती के मौत हो जाने से उनका बेटा दर-दर भटकने को विवश है.
छह माह बाद भी नहीं मिली पेंशन : इस संबंध में पंचायत के पंसस अमृत शर्मा ने बताया कि उक्त वृद्ध दंपती के लिए वृद्धा अवस्था पेंशन के लिए मैंने अपने स्तर से प्रयास किया था. लेकिन छह माह बीते जाने के बाद भी उन्हें पेंशन नहीं दिला पाया़ उन्होंने बताया कि कुसमाडीह में भरत तूरी जैसे कई और वृद्ध है. जिनको पेंशन नहीं मिल रही है़.
इस संबंध में सरिया बीडीओ निर्भय कुमार ने बताया कि इस प्रकार की घटना की कोई जानकारी नहीं है़ जहां तक सरकारी सुविधा देने की बात है तो जरूरतमंद लोगों को सरकारी सुविधा दी जा रही है़.