झारखंड : पाक रेंजर्स की गोलीबारी में गिरिडीह के सीताराम शहीद, धनबाद के घायल जवान का हुआ ऑपरेशन
श्रीनगर/गिरिडीह/पीरटांड़. जम्मू में शुक्रवार तड़के सीमा से लगे चौकियों और गांवों में पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर भारी गोलाबारी की गयी. इसमें गिरिडीह के पीरटांड़ प्रखंड स्थित पालगंज निवासी बीएसएफ कांस्टेबुल सीताराम उपाध्याय (पिता बृजनंदन उपाध्याय) शहीद हो गये. 28 वर्षीय सीताराम जम्मू के जब्बोवाल सीमा पर गुरुवार की रात […]
श्रीनगर/गिरिडीह/पीरटांड़. जम्मू में शुक्रवार तड़के सीमा से लगे चौकियों और गांवों में पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर भारी गोलाबारी की गयी. इसमें गिरिडीह के पीरटांड़ प्रखंड स्थित पालगंज निवासी बीएसएफ कांस्टेबुल सीताराम उपाध्याय (पिता बृजनंदन उपाध्याय) शहीद हो गये.
28 वर्षीय सीताराम जम्मू के जब्बोवाल सीमा पर गुरुवार की रात तैनात थे. गोलाबारी में एक अन्य जवान सहित छह लोग घायल हो गये. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से तीसरे दिन भी गोलाबारी की गयी. पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के आरएस पुरा, बिश्नाह और अरनिया सेक्टरों में रात करीब एक बजे से मोर्टार दागना और गोलीबारी करना तेज कर दिया है. सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने हमलों का जवाब दिया.
कई मकान क्षतिग्रस्त : अधिकारी ने बताया कि सीताराम उपाध्याय 192 बटालियन में थे. घायल होने के बाद रात करीब डेढ़ बजे उन्हें जम्मू के जीएमसी अस्पताल ले जाया जाने लगा, पर रास्ते में उनकी मौत हो गयी.
गोलीबारी में बीएसएफ के सहायक उप निरीक्षक पित्तल घायल हो गये. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आरएस पुरा और अरनिया सेक्टरों में पांच नागरिक भी घायल हुए हैं. इन्हें पुलिस ने बुलेटप्रूफ वाहनों में अस्पतालों में भर्ती कराया. कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और कुछ जानवर भी मारे गये.
धनबाद के घायल जवान का ऑपरेशन
बरवाअड्डा. पाकिस्तानी सेना के गोलीबारी में घायल धनबाद के बरवाअड्डा स्थित आसनबनी–मिश्रडीह गांव निवासी प्रवीण मिश्रा का गुरुवार देर रात को दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन किया. प्रवीण सांबा सेक्टर में तैनात थे.
ऑपरेशन के बाद उसकी स्थिति खतरे से बाहर बतायी जाती है. प्रवीण अभी एम्स के आइसीयू में भर्ती है. परिजन दिल्ली पहुंच चुके हैं. सुबह प्रवीण ने मां व पत्नी से बात की. पत्नी खुशी मिश्रा ने बताया कि घटना के दिन पति के एक साथी ने फोन कर मुझे बताया कि वह पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में घायल हो गये हैं.
पीरटांड़ के पालगंज के रहनेवाले थे सीताराम उपाध्याय
2011 में ज्वाइन किया था बीएसएफ
परिजनों ने बताया कि सीताराम ने वर्ष 2011 में सीमा सुरक्षा बल ज्वाइन किया था. सीताराम कहा करते थे कि देश की सुरक्षा में उसे कुर्बानी भी देनी पड़ी तो कोई बात नहीं है. सीताराम उपाध्याय के परिवार में पत्नी के अलावा तीन वर्षीय बेटा और एक वर्षीय बेटी है.
जम्मू-कश्मीर सीमा पर झारखंड के वीर सपूत सीताराम उपाध्याय मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गये. ईश्वर उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दे़ दुख की इस घड़ी में झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता उनके परिवार के साथ है़ राज्य सरकार उनके परिजनों को 10 लाख की राशि देगी़
– रघुवर दास, मुख्यमंत्री