कश्मीर की तरह बनाये गये थे बंकर, अंदर थी रहने की व्यवस्था

गिरिडीह : पारसनाथ के जंगलों में जिन बंकरों को पुलिस-सीआरपीएफ व झारखंड जगुआर की टीम ने खोज निकालने के बाद धवस्त किया उन बंकरों में भाकपा माओवादी के कई बड़े नेताओं के दस्ते का सामान छिपाकर रखा गया था. पुलिस का दावा है इन बंकरों से भाकपा माओवादी की सेंट्रल कमेटी के मेंबर विवेक, बिहार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2018 3:57 AM
गिरिडीह : पारसनाथ के जंगलों में जिन बंकरों को पुलिस-सीआरपीएफ व झारखंड जगुआर की टीम ने खोज निकालने के बाद धवस्त किया उन बंकरों में भाकपा माओवादी के कई बड़े नेताओं के दस्ते का सामान छिपाकर रखा गया था. पुलिस का दावा है इन बंकरों से भाकपा माओवादी की सेंट्रल कमेटी के मेंबर विवेक, बिहार झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी सचिव अनल, बीजेसेक मेंबर अजय महतो व रामदयाल महतो के दस्ते का सामान मिला है. बरामद सामानों में कई साहित्य व संगठन से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात भी हैं, जिनसे संगठन की रणनीति की भी जानकारी पुलिस को मिलेगी.
16 घंटे तक चला सर्च अभियान : बताया गया कि अजय के दस्ते की सूचना मिलने के बाद शनिवार की सुबह छह बजे से ही एसपी एसके झा के नेतृत्व में टीम ने इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी थी. घेराबंदी के दौरान पकड़े गये सोनाराम की निशानदेही पर बंकरों को धवस्त भी किया जाने लगा. लगभग 16 घंटे तक चले इस अभियान के दौरान मिले बंकरों को देखकर पुलिस पदाधिकारी चौंक गये.
बंकर फूल प्रूफ बनाया गया था. बंकर के ऊपर लोहा की मोटी-मोटी पाइप, छड़, लोहा के ऊपर प्लास्टिक, दरी और उसके ऊपर मिट्टी व पत्थर का ढेर इस तरह से बिछाकर रखा गया था कि उसके ऊपर से कोई गुजर भी जाये तो बंकर की भनक नहीं लगेगी. इतना ही नहीं बंकर के अंदर इतनी जगह थी की उसके अंदर एक व्यक्ति ठीक से सो सकता था और कई दिनों तक रह भी सकता था. एसपी सुरेंद्र कुमार झा बताते हैं कि इस तरह के बंकरों का निर्माण कश्मीर के क्षेत्र में आतंकी संगठन करते हैं.
साहित्य समेत कई सामान को जलाया गया : बंकरों से पुलिस की टीम ने बहुत सारा साहित्य भी बरामद किया. साहित्य इतना था कि पूरा ट्रेक्टर भर जाये. ऐसे में अधिकारियों ने महत्वपूर्ण साहित्य व कागजात को किनारे कर अन्य साहित्य के साथ मिले बिस्किट व कई सामान को जंगल में ही जला दिया. इस दौरान नक्सली संगठन के गुरिल्ला दस्ते का बैच भी मिला. एसपी का कहना है कि पहले भी बंकरों को धवस्त किया गया है. अब नाममात्र का बंकर पारसनाथ में बचा हुआ है. इन बंकरों को भी खोज लिया जायेगा.
बच्चन का नजदीकी रहा है सोनाराम
गिरफ्तार सोनाराम के संदर्भ में पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कुख्यात रामदयाल महतो उर्फ बच्चन का काफी नजदीकी रहा है. लगभग 55 वर्षीय इस नक्सली के पास संगठन को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी है जिसे पुलिस को बताया भी गया है. एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि सोनाराम की गिरफ्तारी से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है. वहीं जनता का विश्वास भी पुलिस पर बढ़ा है. उन्होंने कहा कि अभी इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.

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