नक्सलियों का बंद रहा बेअसर, सामान्य रहा आवागमन, उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में एलआरपी चलती रही

गिरिडीह : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा आहूत दो दिवसीय बंद का दूसरा दिन किसी प्रकार का असर नहीं देखा गया. दूसरे दिन सभी प्रखंडों में आवागमन सामान्य रहा. लंबी दूरी की वाहनें भी चलती रही. हालांकि पुलिस अलर्ट रही. दूसरी ओर उग्रवाद प्रभावित इलाके में एलआरपी भी चलती रही. बता दें कि पाकुड़ के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2018 6:12 AM
गिरिडीह : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा आहूत दो दिवसीय बंद का दूसरा दिन किसी प्रकार का असर नहीं देखा गया. दूसरे दिन सभी प्रखंडों में आवागमन सामान्य रहा. लंबी दूरी की वाहनें भी चलती रही. हालांकि पुलिस अलर्ट रही. दूसरी ओर उग्रवाद प्रभावित इलाके में एलआरपी भी चलती रही.
बता दें कि पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या के मामले में दो नक्सलियों को फांसी की सजा सुनाये जाने के विरोध में नक्सली संगठन ने दो दिनों के बंद की घोषणा कर रखी थी. सोमवार की रात को नक्सलियों ने धनबाद-गया रेलखंड पर चौधरीबांध रेलवे स्टेशन के समीप विस्फोट कर ट्रैक को उड़ा दिया था. घटना के बाद से पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है.
रेलवे ट्रैक उड़ाने के मामले में प्राथमिकी
बगोदर : धनबाद-गया रेलखंड के चौधरीबांध-चेगरो हॉल्ट के बीच नक्सली बंदी के दौरान सोमवार की रात रेलवे ट्रैक उड़ाने के मामले में बगोदर थाना में कांड संख्या 181/18 बुधवार को दर्ज किया गया है. प्राथमिकी पारसनाथ रेलवे स्टेशन के वरीय अनुभाग रामनरेश सिंह के आवेदन पर दर्ज की गयी है. इसमें क्षेत्र में सक्रिय उग्रवादियों का हाथ इस घटना में होने की आशंका जतायी गयी.
अज्ञात उग्रवादियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में रेलवे ट्रैक उड़ाने से विभाग को आर्थिक क्षति भी पहुंचने की बात कही गयी है. कहा है कि नक्सली संगठन ने बिहार- झारखंड बंदी के दौरान सोमवार की रात चौधरीबांध-चेगरो के बीच अप लाइन व डाउन लाइन में विस्फोट कर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया था. वहीं थाना प्रभारी पृथ्वी सेन दास ने कहा कि घटना के दिन दोनों रूट पर ट्रेनों का परिचालन छह घंटे तक बाधित रहा था. घटनास्थल से बम विस्फोट में उपयोग किये गये तार भी बरामद हुआ है.

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