सदर प्रखंड की सिंदवरिया पंचायत में झुंड से बिछड़े हाथियों का उत्पात, चहारदीवारी तोड़ आंगन में घुसे हाथी

लेदा : सदर प्रखंड की सिंदवरिया पंचायत अंतर्गत जेनिगुरहा, सरकाबाद व बेकोलालपुर गांव में झुंड से बिछड़े तीन हाथियों ने शनिवार की रात जमकर उत्पात मचाया. हाथियों ने एक मकान की चहारदीवारी तोड़ दी, वहीं एक घर के समीप रखी धान की फसल बर्बाद कर दी. रात करीब आठ तीन हाथी जेनिगुरहा व सरकाबाद गांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2018 6:23 AM
लेदा : सदर प्रखंड की सिंदवरिया पंचायत अंतर्गत जेनिगुरहा, सरकाबाद व बेकोलालपुर गांव में झुंड से बिछड़े तीन हाथियों ने शनिवार की रात जमकर उत्पात मचाया. हाथियों ने एक मकान की चहारदीवारी तोड़ दी, वहीं एक घर के समीप रखी धान की फसल बर्बाद कर दी. रात करीब आठ तीन हाथी जेनिगुरहा व सरकाबाद गांव में आ धमके.
जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो लोग शोर मचाने लगे. वहीं जगह-जगह अलाव जलाकर और पटाखा फोड़कर हाथी को खदेड़ा जाने लगा. मामले की जानकारी वन विभाग को भी दी गयी.
सूचना पाकर वन विभाग की टीम पहुंची और हाथियों को खदेड़ कर बराकर नदी के उस पार कर दिया. हाथियों के गांव से जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली
रात एक बजे पहुंचे दो हाथी, मचाने लगे उत्पात
अभी जेनिगुरहा, सरकाबाद के लोगों ने हाथियों के चले जाने पर राहत महसूस की ही थी कि रात लगभग एक बजे पुन: दो हाथी सिंदवरिया पंचायत के ही बेकोलालपुर आ धमके. यहां हाथी स्थानीय प्रयाग पांडेय के घर की चाहरदीवारी तोड़ कर आंगन में घुस गये.
इसकी भनक लगते ही घर के अंदर सो रही प्रयाग पांडेय की पत्नी आशा देवी ने दरवाजा बंद कर शोर मचाना शुरू कर दिया.
इसके बाद हाथी प्रयाग के घर से बाहर निकल कर उनके भाई श्यामसुंदर पांडेय के घर के समीप रखा धान खाने लगे. श्यामसुंदर ने बताया कि हाथियों ने लगभग डेढ़ क्विंटल धान नष्ट कर दिया. बाद में वन विभाग की टीम पुन: गांव पहुंची और हाथियों को खदेड़ दिया.
16 दिनों बाद फिर पहुंचे थे गजराज
16 दिनों पूर्व 30 नवंबर को हाथियों ने सदर प्रखंड के बजटो पंचायत में एक व्यक्ति की जान ले ली थी. वहीं वर्ष 2016 में भी जंगली हाथियों ने बेकोलालपुर गांव के निवासी मनोज कोल्ह को कुचल दिया था.
लोगों का कहना है कि हर वर्ष इन गावों में हाथियों का झुंड पहुंचता है और जान-माल की क्षति पहुंचाता है. इसके बावजूद हाथियों को लेकर वन विभाग कारगर कदम नहीं उठा पा रहा है. अब लोग आंदोलन की तैयारी में हैं.

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