बिना शव लिये अस्पताल से लौटे परिजन
काराधीक्षक के आवेदन पर दर्ज किया गया मामला मृतक की बहन ने एसपी व थाना को दिया आवेदन, जांच की मांग बगोदर : गिरिडीह जेल में बंदी की फांसी लगाकर मौत से मृतक के परिजनों में आक्रोश है. सोमवार को मृतक बगोदर थाना इलाके के जरमुने चट्टी निवासी मनीष रजक की बहन सोनी कुमारी के […]
काराधीक्षक के आवेदन पर दर्ज किया गया मामला
मृतक की बहन ने एसपी व थाना को दिया आवेदन, जांच की मांग
बगोदर : गिरिडीह जेल में बंदी की फांसी लगाकर मौत से मृतक के परिजनों में आक्रोश है. सोमवार को मृतक बगोदर थाना इलाके के जरमुने चट्टी निवासी मनीष रजक की बहन सोनी कुमारी के साथ अन्य परिजन गिरिडीह सदर अस्पताल पहुंचे और वहां पर शव लिये किये बगैर ही दोपहर में बगोदर लौट आये.
दोपहर दो बजे मृतक के परिजनों का जमावड़ा बगोदर थाना में लग गया. परिजनों के साथ काफी संख्या में महिला-पुरुष भी थे. यहां पर लगभग दो घंटे तक लोग डटे रहे और कहा कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक वे लोग शव को नहीं लेंगे.
इस क्रम में पुलिस निरीक्षक रामनारायण चौधरी व थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. इस दौरान मृतका की बहन का कहना था कि उसका भाई मनीष रजक फांसी लगाकर जान नहीं दे सकता. कहा कि उसके भाई को साजिश के तहत मारा गया है. उसके भाई के शरीर पर चोट के भी निशान हैं. उसने जांच के लिये एसपी को आवेदन भी सौंपा है.
मां ने भी दिया आवेदन : इधर मृतक की मां तारामती देवी ने भी थाना को आवेदन दिया है. जिसमें कहा है कि उसके पुत्र का किसी लड़की के साथ साथ प्रेम प्रसंग चलने की जानकारी उसे नहीं थी. इस मामले में 25 मार्च को उसके तीनों बेटे पर मुकदमा दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया जाता है. एक अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज कर पांच अप्रैल को मध्य प्रदेश से पकड़ कर जेल भेज दिया जाता है. उसने मौत के पीछे लड़की के पिता को जिम्मेवार बताया है.