गोदाम संचालक की गिरफ्तारी से ही खुलेगा रेडी-टू-इट योजना में कालाबाजारी का राज
गिरिडीह : 28 मई को धनवार थाना इलाके के धनवार ब्लॉक रोड स्थित अनाज गोदाम में छापेमारी के दौरान मिले आंगनबाड़ी पोषाहार रेडी-टू-इट मामले में अब तक पूरी सच्चाई सामने नहीं आ सकी है. न तो यह पता चल सका है कि इतनी भारी मात्रा में रेडी-टू-इट का पैकेट कहां से लाया गया था, न […]
गिरिडीह : 28 मई को धनवार थाना इलाके के धनवार ब्लॉक रोड स्थित अनाज गोदाम में छापेमारी के दौरान मिले आंगनबाड़ी पोषाहार रेडी-टू-इट मामले में अब तक पूरी सच्चाई सामने नहीं आ सकी है. न तो यह पता चल सका है कि इतनी भारी मात्रा में रेडी-टू-इट का पैकेट कहां से लाया गया था, न ही यह पता चल सका है कि इस कालाबाजारी में कौन-कौन लोग शामिल हैं.
इतना ही नहीं छापेमारी के बाद भले ही धनवार थाना में बीडीओ के आवेदन पर कांड संख्या 236/19 दर्ज कर लिया गया और 7 इसी धारा के तहत गोदाम के संचालक दिलीप साव को नामजद भी किया गया. हालांकि दिलीप को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ सकी है. छापेमारी के दौरान ही दिलीप मौके से भाग गया था और अबतक फरार है. हालांकि यह भी सच है कि दिलीप की गिरफ्तारी से बच्चों के निवाले पर डाका डालनेवाले इस गिरोह का खुलासा हो सकेगा. छापेमारी के 80 घंटे बाद भी एक व्यवसायी को खोज नहीं पाना धनवार पुलिस की चुस्ती पर भी सवालिया निशान उठ रहा है.
जांच रिपोर्ट के बाद होगी गिरफ्तारी : नामजद आरोपी की गिरफ्तारी के संदर्भ में धनवार थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि अभी तीन दिनों पूर्व ही प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी के बाद इस मामले की जांच एसडीपीओ करेंगे. जांच के बाद जैसा आदेश मिलेगा वैसी कार्रवाई की जायेगी. वैसे इस कांड के अनुसंधानकर्ता को आवश्यक निर्देश दिया गया है.
आपूर्ति, वितरण व स्टॉक जांच के लिए 40 कर्मियों की टीम गठित : राजधनवार. धनवार प्रखंड के सभी 39 पंचायत में संचालित 264 आंगनबाड़ी केंद्रों में नवंबर 18 से अब तक आपूर्ति, वितरण और स्टॉक में मौजूद पोषाहार (रेडी टू इट) का स्टॉक रजिस्टर से भौतिक मिलान किया जायेगा. इसके लिए प्रखंड व अंचल के 40 कर्मियों की टीम गठित की गयी है. टीम के लोग शनिवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंच पोषाहार स्टॉक की भौतिक जांच करेंगे, ताकि उजागर हुई पोषाहार की कालाबाजारी का उद्भेदन हो सके.
उक्त जानकारी खोरीमहुआ एसडीओ धीरेन्द्र कुमार सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि कालाबाजारी के पोषाहार के आपूर्तिकर्ता का पता करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. आंगनबाड़ी केंद्रों में आपूर्ति करने वाले वेंडर इंटर लिंक फूड प्राइवेट लिमिटेड को भी तलब किया किया गया है ताकि बैच न. देखकर पता किया जा सके कि माल किस पेटी कॉन्ट्रेक्टर का था.
बताया गया कि धनवार, सरिया और बिरनी में वेंडर का एक राजकुमार राम और दूसरा कोई पिंटू यादव पेटी कॉन्ट्रेक्टर है जो आंगनबाड़ी में पोषाहार आपूर्ति करता है तथा वहां से प्राप्त रिसिविंग के अनुसार ही वेंडर का भुगतान होता है. एसडीओ ने कहा कि प्रशासन ने उजागर हुई इस कालाबाजारी को गंभीरता से लिया है और जल्द से जल्द उदभेदन कर दोषियों पर समुचित कार्रवाई का प्रयास भी कर रहा है.