शिक्षकों का स्थानांतरण स्थगित करने की मांग

गिरिडीह: सदर प्रखंड के पुरनानगर व बेंगाबाद प्रखंड के चक्रदाहा के ग्रामीणों ने हालिया दिनों में हुए पुरनानगर मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक महेंद्र कुमार तथा चक्रदाहा मध्य विद्यालय के शिक्षक कृष्ण कुमार का स्थानांतरण रद्द करने की मांग की है. इसके लिए दोनों जगहों के ग्रामीणों ने डीसी को अलग-अलग ज्ञापन भेजा है. पुरनानगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2014 10:51 AM

गिरिडीह: सदर प्रखंड के पुरनानगर व बेंगाबाद प्रखंड के चक्रदाहा के ग्रामीणों ने हालिया दिनों में हुए पुरनानगर मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक महेंद्र कुमार तथा चक्रदाहा मध्य विद्यालय के शिक्षक कृष्ण कुमार का स्थानांतरण रद्द करने की मांग की है. इसके लिए दोनों जगहों के ग्रामीणों ने डीसी को अलग-अलग ज्ञापन भेजा है.

पुरनानगर के ब्रह्नादेव तिवारी, जीवलाल तिवारी, विकास कुमार, संजय तिवारी, सुधीर झा, उपेंद्रनाथ तिवारी, हरेंद्रनाथ तिवारी, राजकिशोर पांडेय, सहदेव राम वर्मा, प्रवीण कुमार वर्मा आदि ने कहा कि जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में प्रभारी प्रधानाध्यापक महेंद्र कुमार का स्थानांतरण देवरी प्रखंड अंतर्गत महेश किशोर उमवि में कर दिया गया है, जबकि यहां के प्रधानाध्यापक अमरनाथ भारती 30 जून को सेवानिवृत्त हो गये.

इस विद्यालय में 8 शिक्षक हैं, जिसमें शोभा कुमारी योगदान देने के साथ प्रतिनियोजन में रहती है. इसी बीच प्रभारी प्रधानाध्यापक महेंद्र कुमार का स्थानांतरण कर दिये जाने से अब यहां छह शिक्षक ही रहेंगे, जबकि छात्रों की कुल संख्या 528 है. ऐसे में शैक्षिक व्यवस्था बिगड़ सकती है. स्थानीय ग्रामीणों ने डीसी से आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए महेंद्र कुमार का स्थानांतरण रद्द करने की मांग की है. इधर चक्रदाहा के ग्रामीणों ने चक्रदाहा मध्य विद्यालय के शिक्षक कृष्ण कुमार का स्थानांतरण रद्द करने की मांग की है. कहा कि श्री कुमार के स्थानांतरण होने से विद्यालय बंद हो जायेगा.

स्थानांतरण में होनी चाहिए एकरूपता : झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रवक्ता अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि स्थानांतरण में एकरूपता होनी चाहिए. लेकिन हालिया दिनों में हुए स्थानांतरण में ऐसा नहीं देखा गया है. उन्होंने कहा कि हम स्थानांतरण के विरोधी नहीं है, लेकिन इस स्थानांतरण में एक ही स्थान पर रहने वाले दस वर्ष के शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया गया और 15 वर्ष वाले को छोड़ दिया गया. उन्होंने डीएसइ व डीसी से इस स्थानांतरण पर पुनर्विचार करने की मांग की है.

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