गिरिडीह की चंपा को गवर्नर ने किया सम्मानित
रांची/गिरिडीह : हौसला बुलंद हो तो इंसान बड़ी से बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है और इसमें उम्र कोई बाधा नहीं बनती. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है गिरिडीह की 13 वर्षीय चंपा ने. चंपा को मंगलवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में सम्मानित किया है. उसे एक जुलाई को यूनाइटेड किंगडम का प्रतिष्ठित […]
रांची/गिरिडीह : हौसला बुलंद हो तो इंसान बड़ी से बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है और इसमें उम्र कोई बाधा नहीं बनती. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है गिरिडीह की 13 वर्षीय चंपा ने.
चंपा को मंगलवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में सम्मानित किया है. उसे एक जुलाई को यूनाइटेड किंगडम का प्रतिष्ठित डायना अवार्ड मिला है. बता दें कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन (केएससीएफ ) की ओर से गिरिडीह में संचालित बाल मित्र ग्राम (बीएमजी) की सदस्य चंपा ने बाल पंचायत सदस्यों के साथ मिल कर अपने गांव में दो बाल विवाह को रुकवाने में सफलता हासिल की.
इसके अलावा वह गांव के बच्चों के लिए शिक्षा, सुरक्षा और स्वच्छता का बंदोबस्त करने में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है. चंपा के गांव गांवा प्रखंड के जमडार में बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत किसी ने नहीं दिखायी थी. इस साहसिक कार्य को अंजाम देने के लिए चंपा को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.
असाधारण योगदान के लिए मिलता है अवार्ड : यूके सरकार की ओर से दिया जानेवाला डायना अवार्ड वेल्स की राजकुमारी डायना की स्मृति में प्रत्येक साल दिया जाता है. इस सम्मान से नौ से 25 साल के उन बच्चों और युवाओं को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए सामाजिक बदलाव लाने में असाधारण योगदान दिया है. चंपा इस साल भारत के उन 25 बच्चों में शामिल है, जिसे इस सम्मान से नवाजा गया है.