चूहा नहीं, तकनीकी कारणों से टूटा तटबंध
किसानों को मिलेगा फसल की क्षति का मुआवजा क्षति के आकलन के लिए जिला प्रशासन ने बनायी टीम बगोदर : चूहों के बिल के कारण कोनार नहर का तटबंध टूटने का कोई प्रमाण नहीं है. इसके पीछे तकनीकी कारण है. यह बात उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कही. वह शुक्रवार शाम को कोनार नहर परियोजना […]
किसानों को मिलेगा फसल की क्षति का मुआवजा
क्षति के आकलन के लिए जिला प्रशासन ने बनायी टीम
बगोदर : चूहों के बिल के कारण कोनार नहर का तटबंध टूटने का कोई प्रमाण नहीं है. इसके पीछे तकनीकी कारण है. यह बात उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कही. वह शुक्रवार शाम को कोनार नहर परियोजना का तटबंध टूटने का निरीक्षण पहुंचे थे. निरीक्षण के बाद उन्होंने किसानों की फसलों के नुकसान का भी मुआयना किया.
इसके कहा कि पीड़ित किसानों को एक महीने के अंदर मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया जाएगा. किसानों के फसलों की हुई क्षति का आकलन के लिए जिला प्रशासन ने एक टीम गठित की है. टीम में कृषि विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी शामिल किया गया है. टीम को एक सप्ताह के अंदर क्षति-पूर्ति का आकलन कर इसकी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. प्रभावित किसानों को बीमा के अनुसार क्षतिपूर्ति की मांग सरकार से की जाएगी.
इसके अलावा किसानों के बीच मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा. कहा कि नहर का तटबंध टूटने के कारणों की जांच के लिए सरकार द्वारा उच्चस्तरीय टीम का गठन किया गया है. मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी धीरेंद्र पांडेय, बगोदर-सरिया एसडीएम राम कुमार मंडल, सीओ आशुतोष कुमार झा, थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह, प्रमुख मुस्ताक अंसारी, जिप सदस्य सरिता महतो आदि उपस्थित थे.