डीसी ने किया नौ रोजगार सेवकों का अनुबंध समाप्त
जिला स्तरीय जांच टीम के प्रतिवेदन के बाद डीसी ने की कार्रवाई गिरिडीह : कार्य में लापरवाही बरतने और मनरेगा जैसी जनोपयोगी योजना के क्रियान्वयन में अनियमितता बरतने के आरोप में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने गावां प्रखंड के नौ ग्राम रोजगार सेवकों को एक साथ बर्खास्त कर दिया है. कार्यालय से जारी आदेश में […]
जिला स्तरीय जांच टीम के प्रतिवेदन के बाद डीसी ने की कार्रवाई
गिरिडीह : कार्य में लापरवाही बरतने और मनरेगा जैसी जनोपयोगी योजना के क्रियान्वयन में अनियमितता बरतने के आरोप में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने गावां प्रखंड के नौ ग्राम रोजगार सेवकों को एक साथ बर्खास्त कर दिया है. कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि 22 जून 2019 को गावां प्रखंड में जिला स्तर से गइित जांच टीम ने मनरेगा योजना की स्थल जांच की थी. जांच के क्रम में योजना स्थल पर एक भी मजदूर कार्यरत नहीं पाये गये थे.
इस गंभीर अनियमितता के लिए सभी संबंधित ग्राम रोजगार सेवकों को शो-कॉज किया गया था. इसका जवाब नहीं आने पर पुन: द्वितीय स्पष्टीकरण पूछा गया, लेकिन ग्राम रोजगार सेवकों द्वारा समर्पित स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया. जारी आदेश में कहा गया है कि कार्य में लापरवाही बरतने, मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में अनियमितता के आरोप में इन रोजगार सेवकों की संविदा समाप्त की जाती है.
कौन-कौन पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक हैं शामिल : जिन ग्राम रोजगार सेवकों की संविदा समाप्त की गयी है, उनमें गावां प्रखंड के अमतरो पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक नकूल राम, गावां पंचायत के ग्रारोसे मनोज कुमार पांडेय, गदर पंचायत के अनिल कुमार, सेरूआ पंचायत के राम संजीवन यादव, सांख पंचायत के दिपेश कुमार सिन्हा, नगवां पंचायत के जीतेंद्र कुमार, मंझने पंचायत के सुभाष गुप्ता, माल्डा पंचायत के दीनदयाल कुमार और खरसान पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक विनय कुमार की संविदा समाप्त की गयी है.
क्या कहते हैं डीडीसी : इधर डीडीसी मुकूंद दास ने कहा कि गावां प्रखंड में कार्यरत नौ ग्राम रोजगार सेवकों की संविदा रद्द कर दी गयी है. इन ग्राम रोजगार सेवकों पर पर नियम से हटकर कार्य करने का आरोप पाया गया है.