गैंगरेप की घटना से सुरक्षा पर सवाल
उत्पाद विभाग के पदाधिकारी ने कार्रवाई का दिया था भरोसा गिरिडीह : पचंबा गोशाला मेला के समीप से एक महिला को तीन युवक जबरन उठा ले जाते हैं और जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देते हैं. इस घटना से जहां मानवता शर्मशार हुई, वहीं सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा […]
उत्पाद विभाग के पदाधिकारी ने कार्रवाई का दिया था भरोसा
गिरिडीह : पचंबा गोशाला मेला के समीप से एक महिला को तीन युवक जबरन उठा ले जाते हैं और जंगल में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देते हैं. इस घटना से जहां मानवता शर्मशार हुई, वहीं सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा हो गया है.
घटना के सामने आने के बाद गोशाला के पीछे धड़ल्ले से अवैध शराब बेचने व पिलाने का मामला भी तूल पकड़ने लगा है. लोगों का कहना है कि यदि इस क्षेत्र में शराब की बिक्री पर रोक लगायी जाती तो शायद समाज को शर्मशार करनेवाली यह घटना नहीं घटती. बताया जाता है कि गोशला मेला शुरू होने से पहले स्थानीय प्रशासन के साथ गोशाला समिति की हुई बैठक में भी शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग उठी थी.
इस बैठक में पुलिस के साथ-साथ उत्पाद विभाग ने भी अवैध शराब बेचनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी. इस दौरान विभाग के पदाधिकारी ने यह भी कहा था कि उत्पाद कर्मी मेला के समय इसी क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि, मेला शुरू होते ही पुलिस ने एक होटल में छापेमारी कर अवैध रूप से बियर बेच रहे एक दुकानदार को जेल भेजा था, लेकिन इसके बाद कार्रवाई नहीं हुई.
क्या कहते हैं उत्पाद पदाधिकारी : इस मामले पर उत्पाद अधीक्षक अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि मेला के पीछे जिस इलाके में अवैध रूप से शराब बेची जाती है, वहां भीड़ काफी रहती है. कई महिलाएं भी शराब बेचती है ऐसे में कार्रवाई से विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती थी. इसे देखते हुए विभाग सीधी कार्रवाई से परहेज करता रहा. वैसे इस क्षेत्र में अवैध शराब नहीं पहुंचे, इसके लिये लगातार कार्रवाई की गयी है.