साइबर क्राइम में आठ गये जेल
जेल भेजे गये आरोपियों में एक जामताड़ा का गिरिडीह/गांडेय : अहिल्यापुर थाना इलाके में चले पुलिसिया अभियान के बाद साइबर थाना में आठ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मामले में गिरफ्तार किये गये आठ लोगों को जेल भेज दिया गया है. जेल भेजे गये आरोपियों में अहिल्यापुर थाना इलाके के घोसको निवासी राजेंद्र […]
जेल भेजे गये आरोपियों में एक जामताड़ा का
गिरिडीह/गांडेय : अहिल्यापुर थाना इलाके में चले पुलिसिया अभियान के बाद साइबर थाना में आठ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मामले में गिरफ्तार किये गये आठ लोगों को जेल भेज दिया गया है. जेल भेजे गये आरोपियों में अहिल्यापुर थाना इलाके के घोसको निवासी राजेंद्र मंडल, दिनेश मंडल, पप्पू कुमार वर्मा, मुकेश मंडल, पवन कुमार वर्मा, रसनजोरी के धनराज मंडल, चितरपोकी के प्रताप कुमार साव व जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना इलाके के लटैया निवासी सनोज कुमार मंडल शामिल हैं. यह प्राथमिकी साइबर थाना में पदस्थापित पुनि सुरेश कुमार मंडल के बयान पर दर्ज की गयी है.
एसपी सुरेंद्र कुमार झा को सूचना मिली थी कि अहिल्यापुर थाना इलाके के घोसको व चामलिटी गांव में साइबर अपराधी सक्रिय हैं. इसके बाद साइबर डीएसपी संदीप सुमन के नेतृत्व में टीम गठित की गयी. छापेमारी में संदिग्ध को पकड़ा गया, जिससे पूछताछ के बाद निशानदेही पर पुलिस ने पुन: छापेमारी की और इन सभी को गिरफ्तार किया. इनके पास से 15 मोबाइल, 10 एटीएम कार्ड व 2 फर्जी सिम जब्त किया गया है.
मोबाइल वॉलेट के साइट्स पर डाल रखा है फर्जी नंबर
साइबर डीएसपी संदीप ने बताया पकड़े गये सभी अपराधी का शातिर हैं. ये सभी संगठित गिरोह चलाते हैं और लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. बताया कि पकड़ाये सनोज मंडल ने इंटरनेट पर अपना फर्जी मोबाइल नंबर डाल रखा है. इस नंबर को इंटरनेट में पेटीएम के समाधान के नाम पर अंकित किया है.
ऐसे में जब कोई व्यक्ति अपने एकाउंट से संबंधित समस्या के समाधान के लिये फोन करता तो सनोज उसे अपनी बातों में फंसाकर उससे एटीएम कार्ड से जुड़ी जानकारी लेकर उसके खाते से पैसा गायब कर देता. इस रकम को दिनेश मंडल के फर्जी खाते में भेज देता और बाद में उसे निकाल लेता.
इसी तरह धनराज यूट्यूब पर नजर रखता है और जब कोई किसी समस्या के समाधान के लिये अपना मोबाइल नंबर डालता तो धनराज उसे ट्रैप कर उसके खाते से पैसा को गायब कर देता. प्रताप भी अपने खाते में साइबर ठगी का पैसा डलवाता और आपस में बांटता था, जबकि मुकेश व राजेन्द्र बैंक ग्राहकों को कॉल कर उसे झांसे में लेता था.
छह हजार रुपये में तैयार होता है फर्जी कस्टमर केयर
डीएसपी संदीप ने बताया कि हाल के कुछ दिनों से यह पता चल रहा था कि दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद आदि शहरों के उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त मास्टरमाइंड छह हजार रुपया प्रति दिन की दर से फीस ले कर गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा आदि के साइबर अपराधियों के फर्जी नंबरों को पेटीएम कस्टमर केयर नंबर के रूप में इंटरनेट पर अपलोड कर रहा है.
ऐसे में इन नंबरों पर फोन करनेवाले आम लोग फंस रहे हैं. साइबर अपराधी सनोज ने भी इसकी जानकारी दी है. इन्होंने बाहरी मास्टरमाइंड के बारे में भी जानकारी दी है. मास्टरमाइंड के खाते में एक सप्ताह में लगभग 14 लाख के ट्रांजेक्शन के प्रमाण मिले हैं,जिसे फ्रीज करवा दिया गया है तथा आगे की कार्रवाई की जा रही है.