डुमरी : प्रसव के लिए डुमरी रेफरल अस्पताल पहुंची महिला के ऑपरेशन के दौरान डाॅक्टर ने गर्भस्थ शिशु का पेट ही चीर डाला. प्रसव के बाद नवजात बच्ची की हालत बिगड़ गयी तो उसे पहले धनबाद और वहां से बोकारो रेफर कर दिया गया.
वहां भी जब बच्ची की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उसे रिम्स ले जाया गया. रिम्स में भी हालत नहीं सुधरी तो परिजनों ने बच्ची को रांची के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है. यह मामला गुरुवार की दोपहर तब सामने आया जब पीड़ित परिवार डुमरी विधायक जगरनाथ महतो के पास पहुंचे. जानकारी मिलते ही विधायक ने मामले की जानकारी सिविल सर्जन के साथ डुमरी एसडीओ व एसडीपीओ को दी और इसके बाद डुमरी रेफरल अस्पताल पहुंचे.
यहां पर महिला का ऑपरेशन करनेवाले चिकित्सक डॉ आरवाई गार्डे के साथ दीपक फाउंडेशन के प्रबंधक को बुलाया और फटकार लगायी. बता दें कि डुमरी रेफर अस्पताल में भर्ती जच्चा-बच्चा की देखभाल की जिम्मेदारी गैर सरकारी संस्था दीपक फाउंडेशन की है. इस बीच फाउंडेशन के प्रभारी पदाधिकारी डाॅ पंकज ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद ही डाॅ आरवाई गार्डे को बरखास्त (टर्मिनेट) कर दिया गया है. आगे की जांच की जा रही है.
डॉक्टर बरखास्त
राजधानी के रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में चल रहा बच्चे का इलाज