आज से हड़ताल, गिरिडीह शहर में हो सकता है जलसंकट
गिरिडीह/बेंगाबाद : खंडोली वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में कार्य कर रहे मजदूरों ने रविवार से कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. इस कारण गिरिडीह शहर के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है. मजदूर गोपाल राम, मो. मुस्तकीम, विजय दास, मो. सोहेल, मो. मंजूर, सुरेंद्र हेंब्रम, अब्बास अंसारी आदि […]
गिरिडीह/बेंगाबाद : खंडोली वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में कार्य कर रहे मजदूरों ने रविवार से कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. इस कारण गिरिडीह शहर के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है. मजदूर गोपाल राम, मो. मुस्तकीम, विजय दास, मो. सोहेल, मो. मंजूर, सुरेंद्र हेंब्रम, अब्बास अंसारी आदि ने बताया कि वे लोग वर्षों से खंडोली वाटर प्लांट में मजदूर के रूप में कार्य कर रहे हैं. प्रत्येक साल मानदेय में बढ़ोतरी के साथ-साथ अन्य सुविधाएं देने का करार संवेदक के साथ हुआ था,लेकिन संवेदक अब मनमानी पर उतर आया है.
न तो प्रत्येक माह मानदेय का भुगतान किया जा रहा है और न ही प्रत्येक साल मानदेय में बढ़ोतरी की जा रही है. कई बार शिकायत नगर आयुक्त के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के समक्ष भी की गयी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. अब कार्य बहिष्कार करना ही एकमात्र उपाय बच गया है.
हड़ताल से चारों प्लांटों से बाधित रहेगी जलापूर्ति: पेयजलापूर्ति कर्मियों के हड़ताल से खंडोली स्थित दो वाटर प्लांट के अलावा महादेव तालाब व चैताडीह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पेयजलापूर्ति ठप हो जायेगी. उक्त चारों प्लांट के ठप हो जाने से शहर वासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि इन प्लांटों से शहरी क्षेत्र के 30 वार्डों में पेयजलापूर्ति की जाती है. संभावित हड़ताल से इन वार्डों में पेयजलापूर्ति ठप हो जायेगी. इससे करीबी डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित होगी.