प्रोन्नति के लाभ से सेवानिवृत्त कर्मी वंचित, कार्यालय का काट रहे चक्कर

सेवानिवृत्ति के बाद भी प्रथम व द्वितीय एसीपी प्रोन्नति का नहीं मिला लाभ गिरिडीह : बेंगाबाद प्रखंड से सेवानिवृत्त हुए पंचायत सचिव रामेश्वर महतो व गावां प्रखंड से सेवानिवृत्त जनसेवक स्व. बालेश्वर महतो की विधवा पत्नी एसीपी प्रोन्नति का लाभ पाने के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर काट रहे है. 31.07.2000 को रामेश्वर महतो बेंगाबाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2020 2:27 AM

सेवानिवृत्ति के बाद भी प्रथम व द्वितीय एसीपी प्रोन्नति का नहीं मिला लाभ

गिरिडीह : बेंगाबाद प्रखंड से सेवानिवृत्त हुए पंचायत सचिव रामेश्वर महतो व गावां प्रखंड से सेवानिवृत्त जनसेवक स्व. बालेश्वर महतो की विधवा पत्नी एसीपी प्रोन्नति का लाभ पाने के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर काट रहे है. 31.07.2000 को रामेश्वर महतो बेंगाबाद प्रखंड से सेवानिवृत्त हुए थे. सरकारी आदेशानुसार उन्हें सेवाकाल में ही प्रथम व द्वितीय एसीपी प्रोन्नति का लाभ दिया जाना था.
सभी दस्तावेज के साथ श्री महतो ने 03.12.2018 को बेंगाबाद बीडीओ समेत डीपीआरओ व डीसी को अपना आवेदन समर्पित किया. डीपीआरओ गिरिडीह ने अपने पत्रांक 1887 दिनांक 31.12.2018 को बेंगाबाद बीडीओ को पत्र भेजकर जरूरी दस्तावेज की मांग की. कई बार पत्र भेजे जाने के बाद भी बेंगाबाद बीडीओ द्वारा जिला पंचायती राज पदाधिकारी को दस्तावेज नहीं भेजा गया है. इस कारण रामेश्वर महतो को एसीपी प्रोन्नति का लाभ नहीं मिल सका है.
इसी प्रकार गावां प्रखंड से सेवानिवृत्त जनसेवक स्व. बालेश्वर महतो की विधवा पत्नी द्वारा सेवाकाल में अपने पति के एसीपी पुनरीक्षण का कागजात महालेखाकार को प्रेषित किया था और देय बकाया राशि की निकासी के लिए सभी दस्तावेज 15.07.2019 को ही गावां बीडीओ को दी थी. इसके बाद उन्होंने कई बार गावां प्रखंड कार्यालय का चक्कर भी लगाया, लेकिन उनके पति को एसीपी पुनरीक्षण के लाभ की स्वीकृति नहीं दी गयी है. इस कारण विभाग के पास उनका लाखों रुपये का बकाया पड़ा हुआ है. मामले को झारखंड पेंशनर कल्याण समाज ने गंभीरता से लिया है. जिला मंत्री रघुनंदन प्रसाद विश्वकर्मा ने डीपीआरओ व डीसी को अलग-अलग पत्र भेजकर सेवानिवृत्त कर्मियों को सरकारी पावना का लाभ देने की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version