….जब पबजी खेलते-खेलते आंध्र प्रदेश का बच्चा पहुंचा झारखंड के गिरिडीह
गिरिडीह : पबजी गेम खेलते-खेलते एक किशोर इतना खो गया कि वह आंध्र प्रदेश से गिरिडीह पहुंच गया. किशोर ईस्ट गोदावरी के वडापेटा डालेशवरम राजामहेंद्रवरम वेमागिरी निवासी परशुराम चौवान का 14 वर्षीय पुत्र साईं लक्ष्मण है. गिरिडीह डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने आंध्र प्रदेश के जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को पत्र लिखकर बच्चे के पता […]
गिरिडीह : पबजी गेम खेलते-खेलते एक किशोर इतना खो गया कि वह आंध्र प्रदेश से गिरिडीह पहुंच गया. किशोर ईस्ट गोदावरी के वडापेटा डालेशवरम राजामहेंद्रवरम वेमागिरी निवासी परशुराम चौवान का 14 वर्षीय पुत्र साईं लक्ष्मण है. गिरिडीह डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने आंध्र प्रदेश के जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को पत्र लिखकर बच्चे के पता के सत्यापन करने को कहा था. इस संबंध में आंध्र प्रदेश सरकार से पत्राचार शुरू किया. अब उसे वापस भेजने की तैयारी शुरू कर दी गयी है.
अक्तूबर में पहुंचा था राजधनवार : जानकारी के अनुसार 31 अक्तूबर 2019 को साईं लक्ष्मण राजधनवार पहुंच गया था, जिसके बाद चाइल्ड लाइन के सहयोग से उसे बोकारो के सहयोग विलेज (बाल गृह) भेज दिया गया और उसके सही पता का सत्यापन करने को लेकर प्रशासनिक स्तर से कार्यवाही शुरू कर दी गयी.
गिरिडीह के डीसी ने जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण पदाधिकारी पवन कुमार व विधि सह परीविक्षा अधिकारी अहमद अली को प्रतिनियुक्त करते हुए किशोर को उसके माता-पिता को सुपुर्द करने के लिए बाल कल्याण समिति ईस्ट गोदावरी को सौंपने की जिम्मेदारी दी है.
दूसरी बार घर से निकला है साईं लक्ष्मण : वेंकट राव
पत्राचार के क्रम में आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिला के बाल संरक्षण पदाधिकारी वेंकट राव का कहना है कि साईं लक्ष्मण पबजी से एडिक्टेड है और वह दूसरी बार घर से बाहन निकला है. उसके माता और भाई उसकी इस लत से काफी परेशान हैं. उन्होंने गिरिडीह जिला के बाल संरक्षण पदाधिकारी से अनुरोध किया है कि उसके भेजने की दिशा में आवश्यक कदम उठाये.