जमुआ. राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक ( नाबार्ड ) के सौजन्य से आइडिया गिरिडीह के बैनर तले जमुआ प्रखंड के केंदुआ पंचायत के ग्राम पलरा में सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम अंतर्गत सोहराय पेंटिंग का 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मुखिया आशा देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर उन्होंने प्रशिक्षण ले रहीं महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सोहराय पेंटिंग झारखंड की महत्वपूर्ण कला है. यह हमारे पूर्वजों से चली आ रही है. इस कला को सीखना बहुत आसान है. दीपावली में कोहबर पेंटिंग हर घर में सालों से होती आ रही है. ट्रेनिंग देने के लिए हजारीबाग से आयीं पार्वती देवी ने कहा कि सोहराय पेंटिंग झारखंड की प्राचीन कला है. पहले मिट्टी घर की दीवालों में सोहराय पेंटिंग की जाती थी. अब समय के साथ जूट बैग, फोल्डर फाइल, शाॅल, साड़ी, गमछा पर सोहराय पेंटिंग करके इन वस्तुओं का वैल्यू एडिशन किया जा रहा है. इसी क्रम में केंदुआ एफपीओ के डायरेक्टर रंजीत कुमार मंडल ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की आमदनी बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए नाबार्ड और आइडिया संस्था का प्रयास सराहनीय है. आइडिया की प्रोग्राम कॉर्डिनेटर खुशी शर्मा ने कहा कि झारखंड का सोहराय पेंटिंग देश भर में प्रसिद्ध है. पलरा जमुआ की महिलायें भी सोहराय पेंटिंग सीखकर इस क्षेत्र का नाम रोशन करेंगी. इसके साथ ही यह कला आमदनी बढाने में भी सहायक होगी. कार्यक्रम में बबीता देवी, सुमंती देवी, गिरजा देवी, अनिता देवी, संगीता देवी, संजू देवी, मंजू देवी, द्रोपदी देवी, मनीषा देवी आदि मौजूद रहीं.
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