शुरू हुआ शारदीय नवरात्र

हिंदू धर्मानुसार राशियों में तीन रात्रि महत्वपूर्ण माने गये हैं, जिसमें महारात्रि, मोहरात्रि व कालरात्रि शामिल हैं. महारात्रि का तात्पर्य महाशिवरात्रि है. जबकि मोहरात्रि का अर्थ दीपावली की रात व कालरात्रि का तात्पर्य शारदीय नवरात्र के दौरान महाअष्टमी तिथि की रात्रि से माना गया है. इसी प्रकार से हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार चार नवरात्र होते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2014 4:27 AM
हिंदू धर्मानुसार राशियों में तीन रात्रि महत्वपूर्ण माने गये हैं, जिसमें महारात्रि, मोहरात्रि व कालरात्रि शामिल हैं. महारात्रि का तात्पर्य महाशिवरात्रि है. जबकि मोहरात्रि का अर्थ दीपावली की रात व कालरात्रि का तात्पर्य शारदीय नवरात्र के दौरान महाअष्टमी तिथि की रात्रि से माना गया है. इसी प्रकार से हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार चार नवरात्र होते हैं, जिसमें शारदीय व वासंतिक नवरात्र सबसे महत्वपूर्ण माने गये हैं. गुरुवार को अश्वीन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के मौके पर कलश स्थापन के साथ शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया.
अहले सुबह से ही विभिन्न दुर्गा स्थानों पर मां दुर्गा के भजन व महालया के स्वर सुनाई देने लगे थे. ज्यादातर स्थानों पर अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चर के साथ कलश स्थापित करते हुए शक्ति के प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा आराधना की गयी. इस क्रम में शहरी क्षेत्र के आइसीआर रोड स्थित श्रीश्री आदि दुर्गा मंडप, छोटकी काली मंडा, एकेडेमी, बाभनटोली दुर्गा मंडप, बरगंडा स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंडप, पचंबा गढ़ दुर्गा मंडप सहित विभिन्न दुर्गा मंडपों व आयोजन स्थलों के पास पूजा आराधना की गयी.
बगोदर. बगोदर, सरिया व बिरनी के इलाकों में पूजा पंडाल बनने का कार्य तेजी गति से चल रहा है़ वहीं आज कलश स्थापन व नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गयी़ साथ ही कई घरों में नवरात्र का पाठ भी आरंभ हुआ़ दुर्गा पूजा को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल शुरू हो गयी है. मां भगवती के दरबार में कुंवारी कन्याओं व महिलाओं द्वारा दीप जलाने का कार्य भी किया जा रहा है़.
देवरी, मधुबन. प्रखंड के रानीडीह, ढेंगाडीह, मनकडीहा, देवरी, बैरिया, मानिकबाद, तेतरिया, घोरंजी, फतेहपुर, सवईटांड़, चौकी, खसलोडीह, किसगो आदि गांवों में अवस्थित दुर्गा मंदिरों में गुरुवार को कलश की स्थापना की गयी.
इधर पीरटांड़ प्रखंड के चिरकी, पालगंज, मधुबन, खुखरा, हरलाडीह, बिशनपुर, कुड़को आदि गांवों में कलश स्थापना के साथ अनुष्ठान का शुभारंभ किया गया.
राजधनवार. राजधनवार बाजार के सार्वजनिक दुर्गा मंडप सहित पूरे प्रखंड क्षेत्र में कलश स्थापन के साथ गुरुवार को दुर्गापूजा उत्सव शुरू हो गया. डोरंडा, घोड़थंभा, गोरहंद, नावागढ़-चट्टी, कुबरी, मुराना आदि के सार्वजनिक दुर्गा मंडपों सहित ग्रामीण मंडा, मकैया व शिराघरों में भी कलश स्थापन कर पूजा धूमधाम से की गयी. शतचंडी पाठ दुर्गा सप्तशति और दैविक मंत्रों के उच्चरण से वातावरण भक्तिमय हो रहा था. नावाडीह मंडप, डोरंडा के सिंहवाहिनी मंडप व कारूडीह के परसौनिया महारानी मंडप में भी भक्तों की भीड़ उमड़ रही थी. बाजार में भी पूजा का रंग चढ़ता दिखा.

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