दिसंबर 2013 से बकाया है रसोइयाओं का मानदेय
रसोइयाओं ने डीएसइ से की मानदेय भुगतान कराने की मांगगिरिडीह. रसोइया के मानदेय मद में प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा आवंटन नहीं भेजे जाने से दिसंबर 2013 से रसोइया का मानदेय बकाया चल रहा है. एमडीएम में संलग्न दर्जनों रसोइया ने डीएसइ को आवेदन भेज कर मानदेय भुगतान कराने की मांग की है. रसोइयाओं ने कहा […]
रसोइयाओं ने डीएसइ से की मानदेय भुगतान कराने की मांगगिरिडीह. रसोइया के मानदेय मद में प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा आवंटन नहीं भेजे जाने से दिसंबर 2013 से रसोइया का मानदेय बकाया चल रहा है. एमडीएम में संलग्न दर्जनों रसोइया ने डीएसइ को आवेदन भेज कर मानदेय भुगतान कराने की मांग की है. रसोइयाओं ने कहा कि मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक संकट उत्पन्न हो गयीडीएसइ महमूद आलम का कहना है कि मानदेय मद में आवंटन उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय से पत्राचार किया जा रहा है.प्रति माह एक हजार रुपये मिलता है मानदेय एमडीएम में संलग्न रसोइया को प्रतिमाह एक हजार रुपये का मानदेय दिया जाता है. पिछले 11 माह से मानदेय मद में राशि नहीं भेजी गयी है. 40:1 बच्चे के अनुसार रसोइया का चयन किया गया है. किसी-किसी विद्यालय में दो से तीन रसोइया कार्यरत हैं. पूरे जिले में हैं 6000 रसोइयापूरे जिले के 3418 प्राथमिक व मध्य विद्यालय में छह हजार रसोइया एमडीएम बनाने का काम कर रही है. उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में जहां एक रसोइया है, वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय में छात्र के अनुपात में रसोइया का चयन सरस्वती वाहिनी संचालन समिति की बैठक में किया जाता है. मानदेय के लिए विभाग प्रयासरत प्राथमिक शिक्षा निदेशालय से मानदेय मंगाने के लिए विभाग प्रयासरत है. सितंबर माह में एक माह का मानदेय विभाग ने विमुक्त किया गया है. ग्राम शिक्षा समिति को निर्देश दिया है कि रसोइया के बीच मानदेय का भुगतान करें.