गिरिडीह.
न्यू पुलिस लाइन में चल रहे उत्पाद सिपाही बहाली की दौड़ में शनिवार को भी 20 से अधिक अभ्यर्थी चक्कर खाकर गिर गये. सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां सभी इलाजरत हैं. अभ्यर्थियों के साथ आये परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था पर शुक्रवार को सवाल खड़ा किया था. इस क्रम में पाया गया कि एक ही बेड पर दो से तीन घायल अभ्यर्थी का इलाज किया जा रहा है. इलाज भी ठीक से नहीं हो रहा था. इस पर अभ्यर्थी के परिजनों ने आक्रोश जताया था. इस मामले की सूचना पाकर सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्रा अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे. उन्होंने भी इलाज में लापरवाही पाया था. अभ्यर्थियों का इलाज ठीक से नहीं हो रहा था. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को इलाज में लापरवाही नहीं बरतने का सख्त निर्देश दिया. इसके बाद शनिवार से अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त कर दी गयी. सिविल सर्जन के निर्देश के बाद सभी बेड के पास टेबल फैन की व्यवस्था की गयी है. वहीं, इलाज के लिए अलग से स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया. बता दें कि जब न्यू पुलिस लाइन से अचेत हुए अभ्यर्थियों को अस्पताल लाया जाता था, तब लाने वाले ही सभी को उठाकर अस्पताल के अंदर ले जाते थे. अब इसके लिए भी अलग से अभ्यर्थियों को बेड तक ले जाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है, ताकि कोई भी अभ्यर्थी इलाज से वंचित नहीं रह पाये.पर्याप्त बेड की व्यवस्था की गयी : सीएस
इस बाबत सिविल सर्जन डॉ शिव प्रसाद मिश्र ने बताया कि शुरू में तो काफी परेशानी हुई थी. क्योंकि, अचानक से काफी संख्या में अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ रही थी. जितने बेड की व्यवस्था की गयी थी, वह कम पड़ रहा था. अभ्यर्थियों के लिए अस्पताल के ऊपर तल्ले में अलग से बेड लगाया गया था, लेकिन उन्हें वहां ले जाने में परेशानी हो रही थी. इसको देखते हुए नीचे वार्ड के पास ही अलग से बेड की व्यवस्था कर दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है