पटरी पर आने लगी जिंदगी, चहल-पहल शुरू

राहत. ब्लैक संडे को भूल कर पटरी पर आने लगी जिंदगी चित्र परिचय : 4 – टावर चौक के पास खुली दुकानें और आवागमन करते लोगगिरिडीह. रविवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच झड़प के बाद अशांत हुआ शहर सोमवार को तनाव की गिरफ्त से बाहर आने लगा. पुलिस की गश्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2015 10:03 PM

राहत. ब्लैक संडे को भूल कर पटरी पर आने लगी जिंदगी चित्र परिचय : 4 – टावर चौक के पास खुली दुकानें और आवागमन करते लोगगिरिडीह. रविवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच झड़प के बाद अशांत हुआ शहर सोमवार को तनाव की गिरफ्त से बाहर आने लगा. पुलिस की गश्त ने लोगों के भय को दूर किया. लोग आपस में हंसी-मजाक भी करते दिखे. किसी के चेहरे पर कोई शिकन नहीं था. जीवन में सहजता की यह आहट बाजार में दिखी. रविवार की बात कोई करना ही नहीं चाहता था. लोग इसे बुरा सपना मान कर भूलना चाहते थे. व्यवसाय करने वाले लोग भी उन बातों में नहीं जाना चाहते थे. सामान्य होने लगा शहर : धार्मिक जुलूस के दौरान दो पक्षों में झड़प के बाद कुछ घंटे की तनावपूर्ण स्थिति के बाद सोमवार को शहर का बड़ा हिस्सा सामान्य हो गया. टावर चौक, काली बाड़ी चौक, मकतपुर चौक, बड़ा चौक में आवागमन लगभग सामान्य हो गया. दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोलीं तो ग्रामीण क्षेत्र से सब्जी लेकर शहर आने वाले किसान भी पहुंचे. ठेला पर सब्जी व फल बेचने वाले लोगों ने भी अपनी दुकानें लगायीं. लोगों ने घर से निकल अपनी रोजमर्रा की वस्तुओं की खरीदारी की. कई लोग बैंक भी पहुंचे और अपना काम निबटाया. हालांकि बस पड़ाव में अन्य दिनों की भांति भीड़ कम रही. प्रखंड से आने वाले अधिकांश लोग शहर नहीं पहुंचे. कुछ यात्री वाहन भी सोमवार को नहीं चले. हालांकि इस बीच शहर की कुछेक दुकानें बंद देखी गयी.

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