मजदूरों के हितों की अनदेखी नहीं करने का दिया आश्वासन
बोआरीजोर : कोयला खदान को निजीकरण करने के विरोध में दो दिनों से काम काज ठप कर रहे इसीएल कर्मी गुरुवार को काम पर लौटे. संयुक्त ट्रेड यूनियन के केंद्रीय नेता सुरजीत भट्टाचार्या के निर्देश पर हड़ताल समाप्त किया गया. इधर, यूनियन नेता रामजी साह, राधेश्याम चौधरी, रणधीर सिंह, मरियानुस मरांडी, मिस्त्री मरांडी, फबियानुस मरांडी, […]
बोआरीजोर : कोयला खदान को निजीकरण करने के विरोध में दो दिनों से काम काज ठप कर रहे इसीएल कर्मी गुरुवार को काम पर लौटे. संयुक्त ट्रेड यूनियन के केंद्रीय नेता सुरजीत भट्टाचार्या के निर्देश पर हड़ताल समाप्त किया गया.
इधर, यूनियन नेता रामजी साह, राधेश्याम चौधरी, रणधीर सिंह, मरियानुस मरांडी, मिस्त्री मरांडी, फबियानुस मरांडी, अंगद उपाध्याय, रामस्वरूप महतो आदि ने कहा कि केंद्रीय नेता श्री भट्टाचार्या से कोयला मंत्री से वार्ता हुई है. उन्होंने आश्वस्त कराया है कि मजदूरों के हितों की अनदेखी नहीं की जायेगी. इसके बाद इसीएल कर्मी काम पर लौटे हैं.
शुरू हुआ कोयला उत्खनन कार्य
कर्मियों के काम पर लौटने के बाद इसीएल खदान क्षेत्र में उत्खनन व प्रेषण क ार्य बुधवार रात 11 बजे से प्रारंभ कर दिया गया है.
20 करोड़ का नुकसान : मुख्य महा प्रबंधकअखिलेश पांडेय ने बताया कि इसीएल कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से दो दिनों में 20 करोड़ का नुकसान राजमहल परियोजना इसीएल को हुआ है. सभी कर्मी काम पर लौट आये हैं. बजट के अंतिम तिमाही में दो हजार मिलियन टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य पूरा करेंगे. दिसंबर माह में साढ़े दस हजार मिलियन टन का लक्ष्य परियोजना पूरी कर चुकी है.इस वित्तीय वर्ष में कुल 17 हजार मिलियन टन का लक्ष्य रखा गया है.