ऑनलाइन आवंटन से जुड़ेंगे चार लाख लाभुक

गिरिडीह : जिले के चार लाख लाभुकों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत ऑनलाइन आवंटन का लाभ दिया जायेगा. राज्य सरकार के खाद्य, सार्वजनिक वितरण व उपभोक्ता मामले के सचिव डॉ प्रदीप कुमार ने सभी डीसी के नाम एक आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया कि वर्ष 2014-15 के बीपीएल परिवार के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2015 9:29 AM
गिरिडीह : जिले के चार लाख लाभुकों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत ऑनलाइन आवंटन का लाभ दिया जायेगा. राज्य सरकार के खाद्य, सार्वजनिक वितरण व उपभोक्ता मामले के सचिव डॉ प्रदीप कुमार ने सभी डीसी के नाम एक आदेश जारी किया है.
आदेश में कहा गया कि वर्ष 2014-15 के बीपीएल परिवार के बीच खाद्यान्न वितरित करने का निर्देश सरकार ने दिया है. इसके तहत एक रुपये प्रति किलो की दर से लाभुकों को 15 किलो 500 ग्राम खाद्यान्न उपलब्ध कराया जायेगा.
खाद्यान्न वितरण के लिए राशि भी आवंटित : सरकार ने खाद्यान्न वितरण करने के लिए दो करोड़ 45 लाख 40 हजार 121 रुपये का आवंटन निर्गत किया है. विभागीय सचिव ने कहा कि डोर स्टेप डिलेवरी के लिए परिवहन व्यय राज्य खाद्य निगम के गोदाम से पीडीएस दुकान की औसत दूरी के आधार पर मिलेगा जो प्रति क्विंटल 30 रुपये होगी. अतिरिक्त बीपीएल परिवार को खाद्यान्न वितरण करने के लिए राशि व्यय करने हेतु जिला को निर्गत की जाने वाली राशि सीधे डीएसओ को आवंटित की जायेगी और इसके नियंत्री पदाधिकारी डीसी होंगे.
डीसी योजना की करेंगे समीक्षा : विभागीय सचिव ने कहा कि डीसी अपने स्तर से प्रत्येक माह में कम से कम एक बार योजना की समीक्षा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि योग्य परिवार को ससमय खाद्यान्न प्राप्त हो. अतिरिक्त बीपीएल परिवार को खाद्यान्न वितरण योजना के अंतर्गत आवंटित राशि के निकासी व व्ययन पदाधिकारी डीएसओ होंगे जो कोषागार से राशि की निकासी करेंगे. राशि निकासी व व्ययन के पश्चात व्यय की राशि का सत्यापन महालेखाकार झारखंड को भेजा जायेगा. इसके अलावा प्रत्येक माह का उपयोगिता प्रमाण पत्र आगामी माह की दसवीं तिथि तक निश्चित रूप से विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश विभागीय सचिव ने दिया है.
ज्ञात रहे कि जिले में 93176 बीपीएल, 43118 अतिरिक्त बीपीएल व 69166 अंत्योदय योजना के लाभुक हैं. इसके अलावा करीब तीन लाख लाभुकों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए एनआइसी में डाटा इंट्री का कार्य लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है.

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