बेलगाम कोयला लदी बैलगाड़ी से हो रहे हैं हादसें

गिरिडीह. अवैध कोयला लदी बैलगाड़ी गिरिडीह में दुर्घटना का कारण बनती जा रही है. ऐसी बैलगाडि़यों के कारण आये दिन छोटी-बड़ी दुर्घटना हो रही है. बैलगाड़ी की चपेट में आकर दो मासूम की भी जान जा चुकी है. बताया जाता है कि अवैध कोयला लदी बैलगाड़ी सड़क पर बेतरतीब तरीके से चलती है. कई बैलगाड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2015 8:03 PM

गिरिडीह. अवैध कोयला लदी बैलगाड़ी गिरिडीह में दुर्घटना का कारण बनती जा रही है. ऐसी बैलगाडि़यों के कारण आये दिन छोटी-बड़ी दुर्घटना हो रही है. बैलगाड़ी की चपेट में आकर दो मासूम की भी जान जा चुकी है. बताया जाता है कि अवैध कोयला लदी बैलगाड़ी सड़क पर बेतरतीब तरीके से चलती है. कई बैलगाड़ी में तो गाड़ीवान सोये रहते हैं तो कुछ बैलगाड़ी को छोड़ कर गाड़ीवान पैदल ही दूर-दूर चलते हैं. गिरिडीह-जमुआ, पचंबा चितरडीह, कोवाड़-कोडरमा समेत कई पथ पर शाम ढलते ही बैलगाडि़यों का जत्था सड़क पर उतर आता है. एक दो नहीं, सैकड़ों बैलगाडि़यां कतार में चलती हैं. कभी-कभी इन गाडि़यों के बैल वाहनों को देख बिदक जाते हैं. और इस कारण कई वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. हादसे होते रहे हैं : कुछ दिन पूर्व मुफस्सिल थाना इलाके के कुरूमडीहा गांव में इसी तरह की अवैध कोयला लदी बैलगाड़ी की चपेट मंे आने से एक बच्ची की मौत हो गयी थी. इस मामले में पुलिस ने गाड़ीवान को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है. इससे पहले 2014 में भी सिकदारडीह में एक बच्चे की मौत कोयला लदी बैलगाड़ी की चपेट में आने से हो गयी थी. वर्ष 2013 में कोवाड़-कोडरमा पथ पर भी एक वृद्ध की मौत बैलगाड़ी के पलट जाने से हो गयी थी. हालांकि सिकदारडीह व कोवाड़-कोडरमा पथ पर घटित घटना को लेकर थाना में कोई शिकायत नहीं की गयी थी. बहरहाल पुलिस को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए.

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