गिरिडीह : झारखंड विधान सभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने कहा कि विधान सभा नियुक्ति मामले में जांच की प्रक्रिया चल रही है. जांच में अगर गड़बड़ी हुई है तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उक्त बातें उन्होंने सोमवार को परिषदन भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि विस अध्यक्ष बनने के बाद से अभी विधायी कार्य को ही देख रहा हूं. नियुक्ति का मामला पहले का है और जांच जारी है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूरे देश के संसदीय इतिहास में जरूरत के मुताबिक ही सत्र निर्धारित होता है. वैसे झारखंड सरकार से कहा गया है कि शीतकालीन सत्र की समय सीमा को उचित तरीके से निर्धारित किया जाय, ताकि सारे सदस्यों को अपने–अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखने का पूरा मौका मिल सके.
उन्होंने यह भी कहा कि विस सत्र कितने दिनों तक चलेगा, इसे सरकार तय करती है. सत्र कितना बड़ा या छोटा होता है, इससे फर्क नहीं पड़ता. सत्र की अवधि का कितना सकारात्मक तरीके से सदुपयोग किया जाय, यह महत्वपूर्ण है. इसको लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच तालमेल बैठाया जा रहा है.
बाबाधाम में अर्धा सिस्टम के बाबत विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह सिस्टम शुरू किया गया है. चूंकि सावन में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है, लिहाजा मंदिर के छोटे दरवाजे के कारण जलार्पण में श्रद्धालुओं को परेशानी होती थी.
जहां तक टाइम स्लॉट बैंड व्यवस्था का सवाल है तो हड़बड़ी में इस व्यवस्था को चालू करने के कारण यह सफल नहीं हो पाया.
इससे उत्पन्न हो रही परेशानी का मामला सदन में उठने के साथ ही मैंने इसे संज्ञान में लिया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तुरंत इस मामले में डीजीपी और स्थानीय विधायक से रिपोर्ट मांगी. रिपोर्ट आने के बाद टाइम स्लॉट बैंड व्यवस्था को बंद कर दिया गया. श्री भोक्ता ने कहा कि सावन के बाद सरकार इस सिस्टम पर विचार करेगी. वार्ता के दौरान झामुमो जिलाध्यक्ष पंकज कुमार ताह, सचिव संजय सिंह, अजरुन मरांडी, अजीत कुमार पप्पू, रमेश चंद्रवंशी आदि मौजूद थे.