अवैध रकम की मांग को ले डीएवी बीएड कॉलेज में हंगामा

गिरिडीह : अवैध रकम की मांग को लेकर सोमवार को बीएनएस डीएवी बीएड कॉलेज के छात्रों ने घंटों हंगामा किया. छात्रों का कहना था सत्र 2012-13 के लिए बीएनएस डीएवी टीटी कॉलेज से परीक्षा दी थी. परीक्षा देने के बाद उनके मार्क शीट को देने में कॉलेज प्रबंधन द्वारा आनाकानी की जा रही है. छात्रों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2015 11:29 AM
गिरिडीह : अवैध रकम की मांग को लेकर सोमवार को बीएनएस डीएवी बीएड कॉलेज के छात्रों ने घंटों हंगामा किया. छात्रों का कहना था सत्र 2012-13 के लिए बीएनएस डीएवी टीटी कॉलेज से परीक्षा दी थी. परीक्षा देने के बाद उनके मार्क शीट को देने में कॉलेज प्रबंधन द्वारा आनाकानी की जा रही है.
छात्रों से दो हजार रुपये की मांग की जा रही है. छात्रों ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन द्वारा कहा जा रहा है कि मुकदमा लड़ने के लिए कॉलेज को मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है.
अवैध रकम को देने से इनकार करते हुए छात्रों ने कॉलेज परिसर में जम कर हंगामा किया. हंगामा बढ़ता देख कॉलेज की प्राध्यापक पूनम शर्मा ने छात्रों को शिक्षक कक्ष में बुलाया और उनसे बातचीत की. बातचीत के क्रम में उन्होंने मुकदमा में होने वाले खर्च का हवाला देते हुए कहा कि उक्त रकम जो जितना चाहें सहयोग के तौर पर दे सकते हैं, यह अनिवार्य नहीं है. इधर छात्रों की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अमित कुमार सिंह ने कहा कि हंगामा देख कर प्राध्यापक पूनम शर्मा ने आश्वासन तो दिया था पर कवरेज के लिए गये मीडिया कर्मियों के हटते ही पुन: मार्क शीट देने से इनकार कर दिया और 18 फरवरी को पुन: कॉलेज बुलाया है.
श्री सिंह ने कहा कि छात्रों को धमकियां भी दी जा रही है कि हंगामा करने वाले छात्रों का चरित्र प्रमाण पत्र कॉलेज को ही देना है, उस समय सबक सिखाया जायेगा. मौके पर ताज, विनीता, शंकर, नीरज, छोटेलाल, राजेंद्र, इशरत, श्वेता कुमारी, पूजा कुमारी, निवास कुमार, संदीप कुमार, प्रियंका रानी, गौतम कुमार, प्रकाश, सुनील, नेहा परवीन समेत कई छात्र- छात्राएं मौजूद थे.
छात्रों ने कहा है कि यदि कॉलेज प्रबंधन की मनमानी जारी रही तो छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन के साथ-साथ विश्वविद्यालय प्रशासन को भी मामले से अवगत करायेगा. कॉलेज के प्राचार्य मुकेश शर्मा की अनुपस्थिति में कॉलेज की प्राध्यापक पूनम शर्मा ने बताया कि उक्त शुल्क स्वेच्छा से छात्रों को देना था. यदि छात्र उक्त शुल्क नहीं देते हैं तो भी छात्रों को अंक पत्र दिया जायेगा.

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