दिख रही हड्डी, पड़े कीड़े

हाथ टूटने के बाद सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज नहीं सीतारामपुर : चिकित्सकों की लापरवाही की खामियाजा ङोल रहे 50 वर्षीय व्यक्ति जेहू भूइयां के शरीर में कीड़े पड़ गये हैं. वार्ड सात अंतर्गत महात्मा गांधी कुष्ट पल्ली निवासी जेहू भूइयां का हाथ एक जनवरी को टूट गया था. उसे तीन जनवरी को आसनसोल जिला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2015 12:22 AM
हाथ टूटने के बाद सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज नहीं
सीतारामपुर : चिकित्सकों की लापरवाही की खामियाजा ङोल रहे 50 वर्षीय व्यक्ति जेहू भूइयां के शरीर में कीड़े पड़ गये हैं. वार्ड सात अंतर्गत महात्मा गांधी कुष्ट पल्ली निवासी जेहू भूइयां का हाथ एक जनवरी को टूट गया था. उसे तीन जनवरी को आसनसोल जिला अस्पताल में भरती कराया गया.
चिकित्सकों ने कहा कि हड्डी टूटकर अलग हो गयी है. इसलिये ऑपरेशन करना होगा. उसके बाद इलाज सही नहीं होने से पूरे हाथ में इंफेक्शन हो गया. दर्द हद से अधिक होने के कारण जेहू अस्पताल से भाग कर अपने घर आ गया. परंतु स्थानीय निवासी व पुलिसकर्मी उसे पुन: दुबारा अस्पताल में पहुंचा दिया. परिजन जब भी अस्पताल में जाते, चिकित्सक व नर्स द्वारा कहा जाता था कि घाव भर रहा है. बहुत जल्द ठीक हो जायेगा.
जनवरी से लेकर अप्रैल तक इलाज चला. विगत 10 अप्रैल को चिकित्सकों ने उसे घर जाने को कह दिया. परंतु जेहू ने कहा कि उसका हाथ तो अभी तक टूटा हुआ है. चिकित्सकों से इलाज की मांग करते हुए 18 अप्रैल तक अस्पताल में डटा रहा.
परंतु अपना इलाज न होते देख 18 अप्रैल को अपने घर आ गया. दो-तीन दिन बाद दर्द काफी बढ़ जाने पर परिजनों ने घटना की विस्तृत जानकारी अपने पड़ोसियों को दी. स्थानीय निवासियों ने देखा कि मरीज के हाथ का हड्डी दिख रही है और जख्म पर कीड़े पड़ गये है.
स्थानीय चिकित्सक को दिखाने पर कहा गया कि सही इलाज नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी है. स्थानीय युवक बादल ने बताया कि चंदा संग्रह कर मरीज का इलाज स्थानीय चिकित्सक से कराने पर मजबुर है. पुन: जिला अस्पताल में भेजने पर इसकी मौत तय है. घटना की जानकारी प्राय: सभी राजनीतिक पार्टी के नेताओं को दी गयी पर कोई भी मदद के लिये आगे नहीं आया.

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