विषयवार शिक्षक की कमी से बच्चों को हो रही परेशानी, 11 पद हैं सृजित, एक प्रधानाध्यापक व चार शिक्षक प्रतिनियोजन पर हैं कार्यरत
बेंगाबाद प्रखंड का इकलौता माॅडल स्कूल सलैया की शिक्षण व्यवस्था शिक्षकों की कमी के कारण चरमरा गयी है. यहां पर 11 सृजित पदों के आधे से भी कम शिक्षक हैं. मात्र पांच शिक्षकों के भरोसे 432 छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान दी है. माॅडल स्कूल में एक मात्र प्रधानाध्यापक (सचिव) ही स्थायी रूप से पदस्थापित हैं, जबकि चार शिक्षक प्रतिनियोजित हैं. इसके अलावा यहां पर विज्ञान विषय के शिक्षक की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण गणित के शिक्षक ही विज्ञान पढ़ाते हैं. इस स्थिति में इस विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था का सहज अनुमान लगाया जा सकता है. विद्यालय में नामांकित बच्चों को विषयवार शिक्षा नहीं मिलने से उनके भविष्य से खिलावाड़ किया जा रहा है.अंग्रेजी माध्यम से होती है पढ़ाई
माॅडल विद्यालय में प्रखंड क्षेत्र के कक्षा छह के बच्चों का नामांकन टेस्ट के आधार पर होता है. यहां कक्षा छह से 12वीं तक के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा देने की व्यवस्था के कारण अभिभावकों का इस विद्यालय के प्रति रुझान रहता है. अभिभावक अपने बच्चे को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दिलाने में दिलचस्पी रखते हुए इस विद्यालय को प्राथमिकता देते हैं. लेकिन, यहां पर विषयवार शिक्षक के अभाव में बच्चों के भविष्य को गर्त में धकेला जा रहा है. अंग्रेजी विषय की पढ़ाई की जिम्मेदारी स्वयं प्रधानाध्यापक संदीपन सरकार के पर है, लेकिन उन पर पठन-पाठन के अलावा विद्यालय के एमडीएम व मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी संभालनी पड़ती है. इसके कारण वर भी बच्चों को ठीक से नहीं पढ़ा पाते हैं. .इन विषयों के हैं शिक्षक
यहां कक्षा छह से बारह तक के कुल 432 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, जिसके लिए मात्र पांच शिक्षकों की व्यवस्था है. सचिव अंग्रेजी विषय की पढ़ाई करते हैं, जबकि अन्य प्रतिनियोजित शिक्षक गणित, अर्थशास्त्र, हिन्दी व इतिहास विषय के हैं. विज्ञान शिक्षक की व्यवस्था नहीं है. विज्ञान विषय की पढ़ाई जुगाड़ के भरोसे करायी जाती है. हिंदी समेत अन्य विषयों के शिक्षक नहीं हैं. बेंगाबाद उच्च विद्यालय के शिक्षक विजय कुमार महतो को प्रतिनियोजित कर उन्हें गणित के साथ साथ विज्ञान विषय की पढ़ाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में वे इस विषय के साथ कितना इंसाफ कर पाते होंगे, यह सहज समझा जा सकता है. इधर अभिभावकों ने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए विभाग से विषयवार शिक्षक की मांग की है. कहा विषयवार शिक्षक नहीं होने पर विद्यालय से भरोसा उठ जायेगा.
रांची से आयी टीम को समस्या से कराया गया है अवगत
प्रधानाध्यापक संदीपन सरकार जो खुद अनुबंध कर्मी हैं, जिसके जिम्मे विद्यालय की सारी जवाबदेही है. उनका कहना है कि यहां पर विषयवार शिक्षक का प्रांरभ से ही अभाव रहा है. कई बार इसकी जानकारी रिपोर्ट के माध्यम से विभाग को सौंपी गयी है. रांची से आई टीम को भी इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई. इस संबंध में बीपीओ केडी सिंह का कहना है कि प्रतिनियोजित शिक्षकों के भरोसे माॅडल विद्यालय चलाया जा रहा है. विषयवार शिक्षक की व्यवस्था की दिशा में विभाग को अवगत कराया गया है. निर्देश मिलने के बाद ही कुछ किया जा सकता है. उन्होंने कहा फिर भी जो शिक्षक हैं, उन्हें हिदायत की गयी है कि किसी तरह बच्चों को सभी विषयों की पढ़ाई सुनिश्चित करें.
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