मां से मिली शिक्षक बनने की प्रेरणा : कासिम

– प्रमोद अंबष्ट – गिरिडीह : बचपन से ही गणित विषय से लगाव था. गणित में काफी परिश्रम किया और इस परिश्रम के बलबूते मैंने अपने मकसदों में कामयाबी पायी. शुरू से ही एकेडमिककैरियर अच्छा रहा और मां से शिक्षक बनने की प्रेरणा मिली. इसी प्रेरणा के बलबूते अपने जीवन में आगे बढ़ा. यह कहना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2013 4:12 AM

– प्रमोद अंबष्ट –

गिरिडीह : बचपन से ही गणित विषय से लगाव था. गणित में काफी परिश्रम किया और इस परिश्रम के बलबूते मैंने अपने मकसदों में कामयाबी पायी. शुरू से ही एकेडमिककैरियर अच्छा रहा और मां से शिक्षक बनने की प्रेरणा मिली. इसी प्रेरणा के बलबूते अपने जीवन में आगे बढ़ा.

यह कहना है गिरिडीह कॉलेज के व्याख्याता मो कासीम अंसारी का. 56 वर्षीय मो कासीम अंसारी मूल रूप से गया (बिहार) के निवासी हैं. मोहनपुर मसजिद रोड में रहने वाले श्री अंसारी वर्ष 1968 में उच्च विद्यालय गया से मैट्रिक, 1971 में गया कॉलेज गया से बीएससी पार्ट वन, 1974 में गया कॉलेज गया से बीएससी गणित ऑनर्स 1978 में मगध विश्व विद्यालय बोधगया से गणित में एमएससी किया. बीएससी ऑनर्स एमएससी में कॉलेज में फस्र्ट आया.

इसी कारण 1982 में गिरिडीह कॉलेज में योगदान दिया, तब से लेकर वे गिरिडीह कॉलेज में कार्यरत हैं. गिरिडीह कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना में तीन वर्षो तक कार्यक्रम पदाधिकारी के रूप में कार्य किया.

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