गौरतलब है कि बगोदर में वर्ष 2022-23 में पंसस को विभाग के माध्यम से अन्नपूर्णा योजना के तहत प्रति पंचायत समिति को 15-15 क्विंटल चावल दिया जाना था, ताकि वह इसका वितरण जरूरतमंदों के बीच कर सकें. लेकिन दो वर्ष बाद भी ना तो पंसस को राशन मिला और ना ही वितरण हुआ. दो वर्षों से यह मामला पंचायत समिति की बैठक में उठ रहा है.
डीसी को भेजा था पत्र
पंसस ने कई धरना प्रदर्शन करते हुए जांच के लिए उपायुक्त भी पत्र भेजा, लेकिन इस पर विभागीय गंभीर नहीं हुआ. इसके कारण 449 क्विंटल राशन का वितरण नहीं हुआ. इधर, पंसस को गरीबों के ताना भी सुनना पड़ रहा है.क्या कहतीं हैं प्रमुख व उप प्रमुख
बगोदर प्रमुख आशा राज ने कहा कि उक्त मामले को जिला में दिशा की बैठक में भी रखा गया थी. यह राशन पंसस के माध्यम से वितरण किया जाना था. जरूरतमंदों को चिह्नित कर बगोदर सीओ को सूची भी दी गयी है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से राशन वितण अभी तक नहीं किया गया है. राशन गोदाम में पड़ा हुआ है. उन्होंने जल्द राशन वितरण करवाने की मांग की है.योजना में गड़बड़ी हुई है : उप प्रमुख
उप प्रमुख हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस योजना में गड़बड़ी हुई है. राशन ना तो एसएफसी गोदाम में है और ना ही अधिकारियों से वितरण से संबंधित स्पष्ट जवाब मिल रहा है. सिर्फ कागजों में यह राशन दिखाया गया है. इसकी जांच हो और वितरण जरूरी है.
डीएसओ को लिखा गया है पत्र : सीओ
बगोदर सीओ मुरारी नायक ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक में मामले को उठाने बाद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के माध्यम से जिला आपूर्ति पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है. उनके के निर्देश के बाद वितरण किया जाना है फिर से एक बार जिला आपूर्ति पदाधिकारी को संज्ञान में दिया जायेगा, ताकि राशन का वितरण किया जा सके.
क्या कहते हैं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी जियाउल रहमान ने बताया कि अन्नपूर्णा योजना के तहत 449 क्विंटल अनाज गोदाम में है, लेकिन सीओ से आदेश मिलने के बाद ही वितरण किया जायेगा.
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