बेंगाबाद में बनेंगे 498 कूप, मंजूरी के बाद भी आधे से अधिक में काम शुरू नहीं
बेंगाबाद की 25 पंचायतों में सिंचाई के लिए बहुतायत में मनरेगा कूपों का निर्माण कराया जायेगा. लाभुकों के प्रस्ताव को पारित करते हुए विभाग ने निर्माण की स्वीकृति भी दे दी है.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 15, 2024 11:33 PM
बेंगाबाद. बेंगाबाद की 25 पंचायतों में सिंचाई के लिए बहुतायत में मनरेगा कूपों का निर्माण कराया जायेगा. लाभुकों के प्रस्ताव को पारित करते हुए विभाग ने निर्माण की स्वीकृति भी दे दी है. समय पर कूपों के निर्माण कार्य पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने सामग्री मद में अतिरिक्त राशि का भी प्रावधान किया है. फिलहाल क्षेत्र में स्वीकृति से आधे कूप को प्रारंभ कर दिया गया है, जबकि कुछ में राशि निकासी कर ऑनगोईंग दिखाकर आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) से बचने का भी प्रयास किया है.
एमसीसी से बचने को निकाला जुगाड़
जानकारी के अनुसार मार्च माह में आदर्श आचार संहिता लगने की सुगबुगाहट को देखते हुए अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियोें व मनरेगा कर्मियों के साथ मिलकर युद्धस्तर पर काम किया ताकि नयी योजनाओं की शुरुआत में आने वाली बाधाओं से बचा जा सके. पंचायतों से लाभुकों का चयन ग्राम सभा में दिखाने का भी काम जोर-शोर से चला. बिरसा मुंडा आम बागवानी को प्राथमिकता देने के साथ-साथ अन्य किसानों को भी योजना का लाभ दिया गया.
वेंडरों के खाते में होगा सामग्री मद का भुगतान
लंबे समय से लाभुकों के खाते में मनरेगा योजना के सामग्री मद की राशि के भुगतान की मांग उठने के बाद भी बेंगाबाद प्रखंड में इन आंदोलनों का कोई असर नहीं दिखा. कूप निर्माण कार्य के लिए मैटेरिल मद के तहत राज्य सरकार से मिलने वाली अतिरिक्त 50 हजार की राशि निकासी के लिए वेंडरों में होड़ मची है. मुखिया, पंचायत सचिव के साथ तालमेल बिठाकर वेंडर अपने वाउचर को लगाकर राशि निकासी की होड़ लग गयी है.
कूप वितरण में अनियमितता की शिकायत
जानकारों के अनुसार कूप के इच्छुक लाभुकों को पाॅकेट भी ढीली करनी पड़ी है. जिन पंचायतों से राशि उगाही में परेशानी हुई, वहां पर कूप के लाभुकों की संख्या में असमानता भी दिख रही है. बताया जाता है कि एक कूप की प्राक्कलित राशि चार लाख 46 हजार निर्धारित है. इनमें केंद्र से तीन लाख 96 हजार रु, जबकि राज्य सरकार पचास हजार की राशि उपलब्ध करा रही है. आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि बदवारा पंचायत में 12, गोलगो 16, हरिला में 7, छोटकीखरगडीहा में 20, बड़कीटांड़ में 13, बेंगाबाद में 13, भलकुदर में तीन, भंडारीडीह में सात, चपुआडीह में 21, चितमाडीह में 15, गेनरो में 25, जरूआडीह में 33, झलकडीहा में 33, कर्णपुरा में 28, लुप्पी में 31, मधवाडीह में 16, महुआर में 34, मानजोरी में 17, मोतीलेदा में 32, ओझाडीह में 22, फिटकोरिया में 15, सोनबाद में तीन, ताराजोरी में 20, ताराटांड़ में 15, तेलोनारी में 42 मनरेगा कूपों की स्वीकृति दी गई है. सर्वाधिक कूप तेलोनारी पंचायत में जबकि सबसे कम भलकुदर में तीन मनरेगा कूप स्वीकृत हुए हैं.
आचार संहिता के पूर्व ही दी गयी मंजूरी : बीपीओ
बीपीओ सतीश कुमार का कहना है कि मनरेगा कूपों के निर्माण के लिए आचार संहिता के पूर्व ही स्वीकृत किये गये हैं. जिन पंचायतों से जिस तरह से जरूरत महसूस हुई कूप का लाभ दिया गया है. आगे भी स्वीकृति दी जायेगी. लेन देन के सवाल से साफ इंकार किया है.