ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे नामांकन करने प्रत्याशी
सूरज सिन्हा गिरिडीह : बुधवार को सुबह के दस बजे हैं. अभी प्रखंड कार्यालय में नाम मात्र की भीड़ है. नामांकन का परचा दाखिल करने के लिए बनाये गये काउंटर में निर्वाची अधिकारी व अन्य कर्मी नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के लिए तैयार हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दंडाधिकारी समेत मुफस्सिल थाना के पुलिस अधिकारी […]
सूरज सिन्हा
गिरिडीह : बुधवार को सुबह के दस बजे हैं. अभी प्रखंड कार्यालय में नाम मात्र की भीड़ है. नामांकन का परचा दाखिल करने के लिए बनाये गये काउंटर में निर्वाची अधिकारी व अन्य कर्मी नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के लिए तैयार हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दंडाधिकारी समेत मुफस्सिल थाना के पुलिस अधिकारी व जवान तैनात हैं. 10.30 बजे के आसपास गिरिडीह प्रखंड कार्यालय परिसर में नामांकन के लिए लोग पहुंचने लगते हैं.
अकदोनी खुर्द पंचायत से मुखिया पद की प्रत्याशी रीना देवी, इसी पंचायत की मुखिया पद के प्रत्याशी लछवा देवी, मटरूखा पंचायत के मुखिया प्रत्याशी तरन्नुम नाज समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंची.
धीरे-धीरे बरहमोरिया, करहरबारी, डांडीडीह, मंगरोडीह, परातडीह, तेलोडीह पंचायतों से भी मुखिया व वार्ड सदस्य पद के लिए नामांकन परचा भरने दावेदारों के साथ भीड़ उमड़ने लगी. बरहमोरिया पंचायत से मुखिया पद के प्रत्याशी मुन्ना लाल, मंगरोडीह पंचायत से निर्भय सिंह भी समर्थकों के साथ पहुंचे. यहां मुखिया पद के नामांकन के लिए चार व वार्ड सदस्यों के लिए आठ काउंटर बनाये गये हैं. इन काउंटरों के सामने दावेदार कतार में लगकर परचा दाखिल कर रहे थे.
बारह बजे के बाद भीड़ बढ़ने लगी. इस दौरान कोई दावेदार अपने परिजनों के साथ तो कोई ढोल-नगाड़ों के बीच समर्थकों के साथ नामांकन के लिए पहुंच रहे थे. प्रखंड परिसर खचाखच भर चुका था. इस दौरान कई दिलचस्प नजारे देखने को मिले. मुखिया पद के कई महिला दावेदार अपने पति व ससुर के साथ प्रखंड कार्यालय पहुंची थी. समर्थक फूलों की माला भी साथ लाये थे. नामांकन के लिए बेरिकेट के अंदर जाने से पहले उन्हें माला पहना दिया जा रहा था.
इधर सुरक्षा में तैनात जवान प्रत्याशी और उनके प्रस्तावक के अलावा किसी और को अंदर जाने नहीं दे रहे थे. कमोवेश यही स्थिति जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य पद के लिए नामांकन के दौरान भी देखने को मिला. हालांकि परिसर के अंदर नामांकन पत्र दाखिल करने वाले दावेदारों की अच्छी खासी संख्या थी. यहां भी सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम थे.