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By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2015 10:26 PM

-सेफ सर्जरी सेभ्स लाइफआयोजन. 14वां वार्षिक सर्जन सम्मेलन में व्याख्याताओं ने कहा- आज के कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे विभावि कुलपति व डीसी बोकारो – अतिथि व्याख्याताओं को किया गया सम्मानित – पहले दिन जुटे 200 चिकित्सक, 21 फैकल्टी 30 बोक 61 – मंचासीन जेसीकॉन के पदाधिकारी, व्याख्याता सहित अतिथिगण संवाददाता, बोकारोबदलते समय के साथ सर्जरी की तकनीक भी बदली. आज का समय अपडेट रहने का समय है. सामान्य सर्जरी को सफलता पूर्वक निष्पादित करके ही जीवन को सुरक्षित बनाया जा सकता है. शल्य चिकित्सा की अहमियत संबंधी ये विचार 14 वें राज्यस्तरीय वार्षिक तीन दिवसीय सम्मेलन के प्रथम दिन के अतिथि वक्ताओं के हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की थीम सेफ सर्जरी सेभ्स लाइफ पर आधारित यह सम्मेलन एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया (जेसीकॉन) झारखंड इकाई की ओर से शनिवार से बोकारो क्लब में आयोजित किया गया है. सम्मान के साथ सम्मेलन शुरू : उद्घाटन एसोसिएशन ऑफ सर्जंस ऑफ इंडिया के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सह कार्यक्रम संरक्षक डॉ आरपी श्रीवास्तव, प्रो अरविंद कुमार, प्रो आनंद कुमार, प्रो संदीप कुमार, कार्यक्रम के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ एनके चौधरी, कार्यकारी सचिव डॉ अमन श्रीवास्तव आदि ने संयुक्त रूप से किया. संचालन प्रो अरविंद कुमार ने किया. कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व जेसीकॉन की ओर से सभी अतिथि व्याख्याताओं को शॉल ओढ़ा कर व गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया.सामान्य सर्जरी में भविष्य की दिशा : अतिथियों ने कहा : जटिल शल्य क्रिया में रिस्क होती है. इस स्थिति में हम पूरी रिक्स उठाते हैं. जबकि सामान्य शल्य क्रिया में चूक होने पर गहरा अफसोस होता है. समाज सामान्य शल्य क्रिया को जटिल समझ लेता है. इसे आज के चिकित्सकों को गंभीरता से समझना होगा और सफलता पूर्वक निष्पादित करना होगा. मेडिकल स्टुडेंट्स को इस पर गंभीरता से सोचना होगा. सामान्य सर्जरी ही भविष्य की दिशा तय करती है.

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