– सूरज/अमरनाथ –
गिरिडीह : सीसीएल बनियाडीह कोलियरी का मैगजीन हाउस सुरक्षा की दृष्टि से बेहद ही संवेदनशील है. यहां पर सीसीएल की विस्फोटक सामग्री रखी जाती है. इस हाउस की बेहतर सुरक्षा को लेकर कई दफा सवाल उठते रहे हैं.
जिले के आला अधिकारी भी कई बार सीसीएल के वरीय अधिकारियों को इस मामले में गंभीरता बरतने का निर्देश देते रहे हैं. इसके बावजूद मैगजीन हाउस की सुरक्षा लाठीधारी व लापरवाह होमगार्ड जवानों के जिम्मे है.
मुफस्सिल थाना से महज दो किमी की दूरी पर स्थित इस हाउस की सुरक्षा का जिम्मा सीसीएल सुरक्षा विभाग का है. विभाग ने सुरक्षा के नाम पर यहां पर तीन पालियों में होमगार्ड जवानों को तैनात किया है.
इसके तहत सुबह छह बजे से दो बजे दोपहर तक प्रथम पाली है. दूसरी पाली दोपहर दो बजे से रात दस बजे तक की है. तीसरी पाली रात दस से सुबह दस तक की है. पहली पाली में चार जवानों को लगाया गया है. दूसरी पाली में छह जवान तैनात रहते हैं. जबकि रात की पाली में दस जवानों को लगाया जाता है. इन जवानों को सतर्क रहने का निर्देश भी अधिकारी देते हैं. परंतु इनकी सतर्कता की सच्चई मंगलवार की रात को सामने आयी. बुधवार की सुबह जब पुलिस इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह जांच करने यहां पहुंचे तो जवानों की लापरवाही देख कर हतप्रभ रह गये.
श्री सिंह ने देखा कि जिस बैरक में जवान रहते हैं वहां जगह-जगह शराब की बोतलें व पाउच पड़ा हुआ है. सोने के लिए कई बिस्तर लगे थे. किचन भी गुलजार था. श्री सिंह ने रात की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जवानों से जब जानकारी ली तो ये जवान स्पष्ट कुछ नहीं बोल पा रहे थे. बस इतना ही कहा कि नौ जवानों में से पांच जवानों को मैगजीन हाउस जाना था और चार जवानों को बैरक में रहना था. लेकिन रात में सभी जवान बैरक पर ही थे.
इनमें से कुछ जवान अपने बिस्तर पर सोये हुए थे. लापरवाही देखकर श्री सिंह ने बुधवार को होम गार्ड के जवानों को फटकार भी लगायी. सूत्रों का कहना है कि जवानों की यह लापरवाही आज की नहीं है. पूर्व में भी यहां पर तैनात जवानों ने लापरवाही बरती और जिसकी रेकी अपराधियों ने की. चूंकि पुलिस ने जिन अपराधियों को पकड़ा है उन अपराधियों का मकान मैगजीन हाउस से महज दो किमी की दूरी पर है.
अपराधी यहां पर तैनात जवानों की हर गतिविधि से भलीभांति वाकिफ होंगे. इस मामले पर पुलिस इंस्पेक्टर श्री सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामले में जवानों की लापरवाही उजागर हुई है. इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की जायेगी.