पानी के लिए दिलीप की मौत के बाद परिजनों का बुरा हाल

गिरिडीह : मुफस्सिल थाना इलाके के पुरनानगर में सोमवार की रात बोरिंग कराने के बाद पानी नहीं निकलने से परेशान हो आत्महत्या करने वाले दिलीप यादव के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना के बाद से ही गांव में मातम पसरा है. रह-रहकर परिजनों की चीत्कार से गांव वालों की भी आंखें डबाडबा जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2016 8:33 AM
गिरिडीह : मुफस्सिल थाना इलाके के पुरनानगर में सोमवार की रात बोरिंग कराने के बाद पानी नहीं निकलने से परेशान हो आत्महत्या करने वाले दिलीप यादव के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना के बाद से ही गांव में मातम पसरा है. रह-रहकर परिजनों की चीत्कार से गांव वालों की भी आंखें डबाडबा जा रही हैं. दिलीप के पिता नरेश गोप व पत्नी सरिता तो कुछ बोल नहीं पा रहे हैं.
पिता बस इतना कहते हैं कि वर्षों से पानी की समस्या झेल रहे हैं. दूध के कारोबार में मवेशियों के लिए रोज पानी की जरूरत पड़ती थी. समस्या से निजात पाने के लिए डीप बोरिंग करा रहे थे. पानी तो नहीं निकला. पुत्र को भी खो दिया. इधर इस मामले में मुफस्सिल पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर लिया है. पुलिस निरीक्षक रामलाल राम कहते हैं कि डीप बोरिंग में पानी नहीं निकलने पर आत्महत्या करने की बात कही जा रही है.
गांव में पानी की समस्या : ग्रामीणों ने बताया कि पुरनानगर गांव में पानी की समस्या है. गांव में दो कुआं व 6-7 चापाकल हैं. इनमें से ज्यादातर खराब हैं. पानी के लिए लोगों को दूर जाना पड़ता है. वहीं बुधवार को गांव के चापाकल की मरम्मत की गयी. मुखिया बबिता देवी कहती हैं कि पंचायत में जो पैसा आया है उससे कई बोरिंग कराये गये. मृतक के घर के समीप भी बोरिंग कराया जायेगा.

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