बेटियों की पढ़ाई पर ध्यान दें महिलाएं
कार्यक्रम. दलित महिला संघ ने मनायी माता सावित्री बाई फूले की जयंती, बोले जिप उपाध्यक्ष जगह-जगह सावित्री बाई फूले की जयंती मनायी गयी. इस दौरान उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए बालिका शिक्षा पर जोर दिया गया. महिलाओं को बालिका शिक्षा के प्रति जागरूक करने को लेकर जुलूस भी निकाला गया. गिरिडीह : आस्था दलित […]
कार्यक्रम. दलित महिला संघ ने मनायी माता सावित्री बाई फूले की जयंती, बोले जिप उपाध्यक्ष
जगह-जगह सावित्री बाई फूले की जयंती मनायी गयी. इस दौरान उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए बालिका शिक्षा पर जोर दिया गया. महिलाओं को बालिका शिक्षा के प्रति जागरूक करने को लेकर जुलूस भी निकाला गया.
गिरिडीह : आस्था दलित महिला संघ की ओर से मंगलवार को सदर प्रखंड मुख्यालय में सावित्री बाई फूले की जयंती समारोहपूर्वक मनायी गयी. इसके पूर्व पांडेयडीह व शीतलपुर की महिलाओं व बच्चों ने जुलूस निकाला. जुलूस प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर सभा में तब्दील हो गयी. जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि माता सावित्री बाई फूले देश की प्रथम महिला शिक्षिका थी. उनका जीवन संघर्ष भरा रहा है. महिलाएं संघर्ष से नहीं घबरायें, बल्कि अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा दें. माता सावित्री बाई के आदर्शों को आत्सात करें और आगे बढ़ें. बेटियों को शिक्षित करना ही सावित्री बाई फूले के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
प्रखंड प्रमुख पूनम देवी ने कहा कि आज पूरे देश में सावित्री बाई फूले की 186वीं जयंती मनायी जा रही है. कहा कि सावित्री बाई फूले ने विषम परिस्थिति में भी बालिकाओं को शिक्षा देने का काम किया था. जिप सदस्य प्रमिला मेहरा ने कहा कि सावित्री बाई फूले जैसी साधनहीन महिला का उस युग में सामाजिक कार्य करते हुए उभरना एक अत्यंत ही साहसिक व सराहनीय कदम है. मंच संचालन एजाज अहमद सोनू व धन्यवाद ज्ञापन नेमीचंद दास ने किया. कार्यक्रम के बाद शिक्षा मंत्री के नाम एक ज्ञापन डीसी को सौंपा गया और विद्यालयों के पाठ्य पुस्तकों में इनकी जीवनी शामिल करने की मांग की.
ये थे मौजूद: मौके पर जिप सदस्य दीपा कुमारी वर्मा, मुखिया दिलीप कुमार वर्मा व फूल देवी, रामदेव विश्वबंधु, उमाचरण दास, सुखदेव दास, संजु देवी, नीतू शोला, सुशील शर्मा, सुनील पासवान, रीना मंडल, शनिचरी देवी, महेश अमन, सुशील दास, उदय शंकर उपाध्याय आदि मौजूद थे.
मंचासीन जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान व अन्य तथा जुलूस में शामिल लोग.