पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन
आदिवासी युवती से छेड़खानी के खिलाफ मंगलवार को समाज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. वे तिसरी थाना के मुंशी पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए मुंशी और थानेदार को हटाने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला. तिसरी : आदिवासी युवती के साथ छेड़खानी के विरोध […]
आदिवासी युवती से छेड़खानी के खिलाफ मंगलवार को समाज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. वे तिसरी थाना के मुंशी पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए मुंशी और थानेदार को हटाने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला.
तिसरी : आदिवासी युवती के साथ छेड़खानी के विरोध में मंगलवार को आक्रोशित लोग सड़क पर उतर गये. आंदोलन में आदिवासी समाज के साथ अन्य कई समाजिक संगठन भी शामिल थे. प्रखंड मुख्यालय तिसरी में पुलिस के खिलाफ आदिवासी समाज ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मुंशी अनुराग कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने तथा थाना प्रभारी बालेश्वर उरांव को हटाने की मांग की. गडकुरा की संथाल समिति की अगुआई में पूर्वाह्नन 11 बजे तिसरी चौक पर जुटे ग्रामीण काफी गुस्से में थे. यहां से परंपरागत हथियारों से लैश लोग नगाड़ा बजाते थाना के पास से होते हुए बाजार तक गये. एक किलोमीटर की दूरी में लोगों ने जुलूस की शक्ल में प्रदर्शन कर नारेबाजी की.सभी पुलिस के खिलाफ हाथों में तख्ती लिये हुए थे. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे गुमगी टाइगर फोर्स के नरेश यादव ने कहा कि तिसरी में रक्षक ही भक्षक बन गये हैं. गडकुरा की एक युवती से थाना के मुंशी अनुराग कुमार ने छेड़खानी की है. मंगलवार शाम तक मुंशी पर मामला दर्ज नहीं हुआ तो गुरुवार को तिसरी में चक्का जाम किया जाएगा. श्री यादव ने कहा कि थानेदार के यहां पदस्थापन को आठ माह ही हुए हैं और इस दौरान आधा दर्जन से अधिक डकैती हो चुकी है. एक भी मामले का उद्भेदन नहीं हो पाया है.
एफआइआर नहीं तो उग्र होगा आंदोलन: टाइगर फोर्स की महिला सदस्य गुमगी की उपमुखिया अनार देवी, रेखा देवी, सुमित्रा देवी, गायत्री देवी, मालती देवी, सोना हेंब्रम, बड़की हांसदा, बड़की सोरेन आदि ने कहा कि छेड़खानी के आरोपी मुंशी अनुराग कुमार पर प्राथमिकी नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. प्रदर्शन में टाइगर फोर्स के दिनेश विश्वकर्मा, धर्मेंद्र यादव, सुनील शर्मा, अशोक साव, दिनेश विशवकर्मा, श्रीराम विश्वकर्मा के साथ गडकुरा के झरी टुडू, मनोज बास्के, प्रिंस मरांडी, लालो मरांडी, बड़कू मरांडी, छोटू बास्के, नुनुवा हंसदा, रमेश हंसदा, मोतीलाल मरांडी, राजेश मरांडी, विनोद मरांडी समेत बड़ी संख्या में महिला-पुरुष मौजूद थे.