शहर में निकली भव्य धर्म जागरण शोभायात्रा
सिरसिया-सिहोडीह स्थित कबीर ज्ञान मंदिर में दो दिवसीय सदगुरु कबीर आविर्भाव महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार की सुबह द्वितीय सत्र की शुरुआत धर्म जागरण शोभायात्रा से की गयी.
संत कबीर आविर्भाव महोत्सव, भजनों से भक्तिमय हुआ माहौल
गिरिडीह.
सिरसिया-सिहोडीह स्थित कबीर ज्ञान मंदिर में दो दिवसीय सदगुरु कबीर आविर्भाव महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार की सुबह द्वितीय सत्र की शुरुआत धर्म जागरण शोभायात्रा से की गयी. इसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर भगवा ध्वज व श्वेत सत्य कबीर के ध्वज के साथ सुसज्जित होकर कबीर ज्ञान मंदिर से शोभायात्रा निकाली. शहरी क्षेत्र के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए शोभायात्रा वापस कबीर ज्ञान मंदिर पहुंची. शोभायात्रा के दौरान पूरा शहर भक्ति के रंग में रंग गया. संत कबीर के भजन से वातावरण गुंजायमान हो उठा. शोभा यात्रा में श्रद्धालुओं के उत्साह वर्धन के लिए सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी शामिल हुए. वहीं शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का जगह-जगह स्वागत करते हुए फूलों की वर्षा की गयी. इस अवसर पर निकाली गई झांकियों में सदगुरु कबीर की बाल्यावस्था से सुसज्जित ट्रक, जाति की विभिन्नताओं के बीच सनातन की एकता को प्रतिपादित करने वाले चारों वर्णों का एकत्व दिखाया गया. वहीं दूसरी ओर द्वापर कान्हा प्रगटे, त्रेता में रघुवीर, कलिकाल में जीवना प्रगटे संत कबीर का दर्शन करने वाली झांकी को शामिल किया गया. इसमें भगवान राम, कृष्ण और कबीर की प्रतिमूर्ति के रूप में कबीरज्ञान मंदिर के श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. आविर्भाव काल को स्मरण कर लोक प्राकट्य महोत्सव मनाया गयाशोभायात्रा के पश्चात सतगुरु कबीर के आविर्भाव काल को स्मरण कर लोक प्राकट्य महोत्सव मनाया गया. इसके दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किये गये. इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों ने भावनृत्य की प्रस्तुति दी. इस दौरान रहस्यमय कबीर नाटक का मंचन किया गया. इसके माध्यम से बताया गया की संत कबीर कोई साधारण मनुष्य नहीं अपितु देव मानव थे. द्वितीय सत्र का कार्यक्रम अपराह्न बेला में आरंभ हुआ. इसमें सदगुरु कबीर ज्ञान गोष्टी संत भक्तों के उद्गार संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन तथा जागो हिंदू जागो नाटक का मंचन किया गया. इस नाटक के माध्यम से यह बताया गया कि भारत की मिट्टी दिव्य है. भारतवासियों को विभिन्न जातियों में बांटकर, जाति की खाई पैदा कर फूट डालो और राज करो की नीति अपनाकर लूटा गया है. मुगलों और अंग्रेजों का दंश आज भी भारत झेल रहा है.पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का भी हुआ आयोजनकार्यक्रम के दौरान सद्गुरु मां ज्ञान द्वारा लिखित अध्यात्म का आश्चर्य पुस्तक के चतुर्थ संस्करण का लोकार्पण सेवानिवृत्ति आईएएस अधिकारी रामानंद सिंह व वरिष्ठ श्रद्धालु भरत सेठ से कर कमलों से संपन्न हुआ. इस अवसर पर सद्गुरु मां ज्ञान ने अपने उद्बोधन में कहा कि कबीर कोई साधारण संत नहीं बल्कि दिव्य संत हैं. सद्गुरु ने लोगों को ढाई अक्षर के प्रेम का पाठ पढ़ाया. प्रेम में वह ताकत है जो मानव मानव के बीच की खाई को मिटाकर सुख-समृद्धि का मार्ग खोलता है.
टावर चौक के समीप की गयी पुष्पवर्षाकबीर जयंती के मौके पर शहर में निकली शोभायात्रा के दौरान शहर के टावर चौक, कोर्ट रोड, राधा गोविंद होटल के समीप पुष्पवर्षा की गयी. इस मौके पर शोभायात्रा मे शामिल लोगों को पूर्व पार्षद आरती देवी व हब्लू गुप्ता के सहयोग से पुष्प वर्षा व ठंडा पानी, जूस आदि का वितरण किया गया. मौके पर अनिल राम, राजेंद्र गुप्ता, अरुण राम, गोपाल भदानी, अमित तर्वे, संजीत कुमार, नितेश गुप्ता, दीपक गुप्ता आदि मौजूद थे.कल्पना सोरेन ने लिया मां ज्ञान से आर्शीवाद
इधर शनिवार की शाम को मां ज्ञान से आर्शीवाद लेने के लिए गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी कबीर ज्ञान मंदिर पहुंची. इनके साथ गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने मां ज्ञान से आशीर्वाद लिया. इसके बाद आश्रम परिसर में स्थित गुरु गोविंद धाम मंदिर में माथा टेका और फिर मां ज्ञान से मिलकर उन्होंने अपने जीवन के निजी और राजनीतिक पड़ावों पर चर्चा की. सद्गुरु मां उन्हें आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्रदान किया. इसके बाद गुरु मां की लिखी पुस्तक श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान दर्पण, कबीर साखी ग्रंथ, जाति का सच और हमारे श्रीराम पुस्तक भेंट किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है