ये है गिरिडीह पुलिस, लॉकडाउन में ड्यूटी के साथ जरूरतमंदों की मदद भी
गिरिडीह : कोरोना के कारण लॉकडाउन से उत्पन्न संकट से काफी संख्या में लोगों का रोजगार फिलहाल छिन गया है. अधिकांश फैक्ट्रियां व संस्थान बंद हैं. जाे दिहाड़ी मजदूर रोज कमाते और खाते थे, ऐसे लोगों की स्थिति काफी खराब है. ऐसे में गिरिडीह पुलिस ने इन लोगों की मदद को हाथ बढ़ाया है. गिरिडीह […]
गिरिडीह : कोरोना के कारण लॉकडाउन से उत्पन्न संकट से काफी संख्या में लोगों का रोजगार फिलहाल छिन गया है. अधिकांश फैक्ट्रियां व संस्थान बंद हैं. जाे दिहाड़ी मजदूर रोज कमाते और खाते थे, ऐसे लोगों की स्थिति काफी खराब है. ऐसे में गिरिडीह पुलिस ने इन लोगों की मदद को हाथ बढ़ाया है. गिरिडीह पुलिस ड्यूटी के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन कर रही है. भूखों को जन कराया जा रहा है, वहीं जरूरतमंदों को दवा, सूखा अनाज, अस्वस्थ लोगों को दवा पहुंचा रही है. साथ ही जो लोग बैंक तक जाने में असमर्थ हैं, उन्हें बैंक से राशि निकालकर उनतक पहुंचा भी रही है. कम्युनिटी किचन से 35,634 लोग लाभान्वित गिरिडीह पुलिस जिले भर में कुल 20 कम्युनिटी किचन का संचालन कर रही है. यहां दाल-भात या खिचड़ी बनवाकर जरूरतमंद लोगों को भोजन कराया जा रहा है. शुरुआती दौर में लोगों को जानकारी नहीं थी, इस कारण भीड़ कम थी, लेकिन जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिलती गयी, लाभुकों की संख्या बढ़ती चली गयी. 29 मार्च को 587 लोगों ने भोजन किया, वहीं 12 अप्रैल को यह संख्या 3000 के पार चली गयी.
थाना क्षेत्र कम्युनिटी किचन नगर थाना – बड़ा चौक मुफस्सिल – थाना गेट, गंगापुर, करबला बेंगाबाद – डाक बंगलामधुबन – थाना के सामने, लटकट्टो पिकेट पीरटांड़ – चिरकी चौक निमियाघाट – सीतानाला के पास बगोदर – थाना के सामने सरिया – थाना के सामने धनवार – गांधी चौक जमुआ – जमुआ अस्पताल के सामने देवरी – थाना के सामने ताराटांड़ – थाना के सामने डुमरी – डुमरी चौक बिरनी – थाना के सामने तिसरी – थाना के सामने हीरोडीह – थाना गेट के सामने पचंबा – थाना के सामने पेट्रोलिंग के साथ-साथ भोजन का भी वितरण जिले के कई थानों में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन को लेकर पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी भी इलाके में गश्त कर रही है. शांति व्यवस्था बहाल रखने के साथ-साथ कोरोना संकट से निबटने को लेकर न सिर्फ लोगों को जागरूक किया जा रहा है, बल्कि कई जगह सोशल डिस्टेंस के अनुपालन के लिए पुलिस को सख्त भी होना पड़ रहा है. पेट्रोलिंग गाड़ी में ही सूखा भोजन और बना हुआ भोजन रखा गया है. जब पुलिस सुदूरवर्ती इलाके में पहुंचती है तो जरूरतमंद लोगों को सूखा भोजन या बना हुआ भोजन उन्हें देती है. इनमें से कई ऐसे लोग हैं जिनके पास सरकारी अनाज पाने के लिए न ही कार्ड होता है और न ही भोजन का कोई अन्य साधन.
सूखा भोजन में जरूरतमंदों को चावल, दाल, आलू, तेल, नमक आदि दिये जाते हैं. जबकि बना हुआ भोजन में खिचड़ी या दाल-भात. एप्प के माध्यम से भी पहुंचायी जा रही मददएक ओर जहां पुलिस नक्सल प्रभावित सुदूरवर्ती गांवों में स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करा रही है, वहीं दूसरी ओर दवा समेत अन्य जरूरी चीजें भी पुलिस पहुंचा रही है. कई लोग लॉकडाउन के दौरान बाजार में निकलने में असमर्थ हैं. ऐसे लोग पुलिस को ट्वीटर के माध्यम से या मोबाइल व एप्प के माध्यम से जरूरी दवाओं की सूची भेजकर मदद की गुहार लगाते हैं. कई ऐसे लोगों को पुलिस ने मदद की है. पुलिस दवा खरीदकर लोगों को पहुंचा भी रही है. इसके अलावा जो लोग बैंकों से राशि निकाल पाने में बिल्कुल असमर्थ हैं, उन्हें भी पुलिस मदद कर रही है. पिछले दिनों एक दिव्यांग व्यक्ति बैंक से पैसे निकालने में असमर्थ था और उसे पैसे की जरूरत पड़ गयी. जब पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने चेक लेकर बैंक से राशि की निकासी की और जरूरतमंद तक पहुंचाया.
इसके अलावा मास्क, सैनिटाइजर व अन्य जरूरी चीजें भी पुलिस के माध्यम से जरूरतमंदों को पहुंचने से उन्हें काफी राहत मिली है. एसपी अनाज से लदा वाहन लेकर निकलते हैं सुदूरवर्ती इलाके में चित्र परिचय : 27. बाइक पर सवार होकर अनाज से लदा वाहन लेकर पहुंचते एसपी सुरेंद्र कुमार झा गिरिडीह. जिले का कई इलाका नक्सल प्रभावित होने के कारण उपेक्षित रहा है. कई गांव ऐसे हैं जहां धरातल पर सरकार की योजनाएं नहीं पहुंच पायी है. ऐसे इलाके लॉकडाउन के बाद काफी ज्यादा प्रभावित हुए हैं. इन इलाकों के कई गांव ऐसे हैं जहां के लोगों को सरकारी राहत सामग्री भी नसीब नहीं हो पायी है. सरकार द्वारा पीडीएस से दिया जाने वाला अनाज से भी कई लाभुक वंचित हैं. ऐसे में पुलिस सुदूरवर्ती गांवों में अनाज के पहुंचने से लोग अब राहत महसूस कर रहे हैं. गिरिडीह के एसपी सुरेंद्र कुमार झा कई बार खुद अनाज से लदे वाहन को लेकर निकलते हैं. कई इलाके ऐसे हैं जहां चार पहिया वाहन पहुंचना आसान नहीं है. ऐसे स्थानों में बाइक के माध्यम से आसपास के इलाके में अनाज पहुंचाया जाता है. पिछले दिनों पीरटांड़ प्रखंड के खुखरा थाना अंतर्गत अत्यंत सुदूरवर्ती आदिवासी एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र नोकनिया, चतरो समेत आसपास के कई गांवों में पुलिस ने बाइक से घरों तक पहुंचकर अनाज की पैकेटें जरूरतमंदों को थमाया.