करंट की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत
गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के गेंद्रो पंचायत निवासी मजदूर तुलसी साव की मौत सोमवार को करंट की चपेट में आकर हो गयी. मृतक के पुत्र बिनोद कुमार साव ने बताया कि उनके पिता तुलसी साव मकान निर्माण को ले मुकेश साव के यहां मजदूरी कर रहे थे.
गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के गेंद्रो पंचायत निवासी मजदूर तुलसी साव की मौत सोमवार को करंट की चपेट में आकर हो गयी. मृतक के पुत्र बिनोद कुमार साव ने बताया कि उनके पिता तुलसी साव मकान निर्माण को ले मुकेश साव के यहां मजदूरी कर रहे थे. पिलर खड़ा करते समय ग्यारह हजार विद्युत प्रवाहित तार में छड़ का संपर्क हो गया. इस कारण वह करंट की चपेट में आ गये. आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक के पुत्र ने बिजली विभाग से मुआवजे की गुहार लगाई है.
करंट की चपेट में आकर बुजुर्ग गंभीर रूप से झुलसा
बगोदर थाना क्षेत्र के औरा पंचायत के पथलडीहा गांव के रेवत लाल महतो बिजली करंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गये. बताया जाता है कि अहले सुबह चार बजे रेवत लाल महतो (60) पथलडीहा गांव के अपनी खेत की ओर गये थे. इस दौरान पहले से टूटकर गिरे हुये 11 हजार वोल्ट के बिजली तार की चपेट में आकर पूरी तरह से झुलस गये. उनकी चिल्लाने की आवाज सुन बगल के जलमीनार निर्माण काम में लगे लोगों ने किसी तरह से उन्हें बचाया. इस दौरान बिजली विभाग के कर्मियों को फोन कर लाइन कटवाया गया. वहीं करंट से झुलसे रेवत लाल महतो को प्राथमिक उपचार स्थानीय स्तर पर किये जाने के बाद बेहतर इलाज के लिए बोकारो बीजीएच में भर्ती कराया गया. बताया जाता है कि बदहाल 11 हजार बिजली के तार टूटकर गिरने से यह हादसा हुआ. बुजुर्ग का दोनों पैर बुरी तरह से झुलस गया. चिकित्सकों ने 50 प्रतिशत से अधिक जलने की बात कही है. बुजुर्ग की हालत गंभीर बनी हुई है.चरम पर है बदहाली, 12 मवेशियों समेत दो लोगों की जा चुकी है जान
बता दें कि बगोदर इलाके के विभिन्न गांवों में बिजली का तार पूरी तरह से जर्जर हालात में है. बिजली चालू रहने पर लोगों के अलावा कई बार मवेशी करंट की चपेट में आते हैं और मौत के गाल में समा जाते हैं. बगोदर इलाके में विगत एक साल के भीतर बिजली करंट की चपेट आने से अब तक दो लोगों की मौत हो गयी जिसमें एक बच्ची भी शामिल है. वहीं एक दर्जन मवेशियों की भी मौत हो चुकी है. स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने कई बार विभाग को आवेदन देकर जर्जर तारों को दुरुस्त करने की माग की. लेकिन हालात आज भी जस की तस बनी हुई है. इधर घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है. बिजली विभाग के खिलाफ बगोदर थाने में शिकायत की है. उप प्रमुख हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि घटना दुखद है. बुजुर्ग की स्थिति ठीक नहीं है. बिजली विभाग से भुक्तभोगी को इलाज में आर्थिक सहयोग को लेकर मुआवजा को लेकर पहल करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है