अवैध माइंस में दो महिलाओं की मौत के बाद रेस हुआ प्रशासन

गावां में अवैध रूप से माइका खनन के दौरान गुरुवार को दो महिलाओं की मौत के बाद प्रशासन रेस हुआ है. वन विभाग ने माइका खनन कराने व इसकी खरीदारी में शामिल तीन नामजद समेत अज्ञात लोगों पर वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करवायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 20, 2024 1:22 AM

गावां.

गावां में अवैध रूप से माइका खनन के दौरान गुरुवार को दो महिलाओं की मौत के बाद प्रशासन रेस हुआ है. वन विभाग ने माइका खनन कराने व इसकी खरीदारी में शामिल तीन नामजद समेत अज्ञात लोगों पर वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करवायी है. वहीं, क्षेत्र में पेट्रोलिंग तेज कर दिया गया है. हालांकि विभाग अभियुक्तों के नाम को गोपनीय रख रहा है. इधर, गावां थाना में भी अज्ञात लोगों पर एक यूडी केश दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है. मामले में गावां पुलिस का कहना है कि चुनाव के बाद मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होगी.

क्या है मामला :

मालूम रहे कि गुरुवार को परसौनी व धरवे गांव से सटे जंगलों में अवैध रूप से माइका खनन के दौरान दो महिलाओं की मौत हो गयी थी, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी. मृतकों में गोविंदपुर बिहार निवासी फुलवा देवी पति संजय रविदास व बिरने निवासी टुनी देवी पति सुखदेव रविदास शामिल थीं. वहीं, परसौनी निवासी गीता देवी घायल हो गयी थीं. घटना के बाद मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया गया. वहीं देर रात को दोनों शव को घर लाया गया और अंतिम संस्कार की तैयारी कर रही थी, लेकिन सूचना के आधार पर पुलिस ने दोनों शवों को जब्त कर पोस्टमार्टम हेतु गिरिडीह भेज दिया था. दोनों महिलाओं की मौत से गांव में मातम पसरा है.

बेहद गरीब परिवार की है मृत महिलाएं :

घटना में मृत दोनों महिलाएं रिश्ते में ननद भाभी हैं. एक ही घर से दो अर्थी उठने से गांव का माहौल गमगीन हो गया. मृत फुलवा देवी को तीन बच्चे हैं. उसका ससुराल बिहार राज्य के नवादा जिला अंतर्गत गोविंदपुर थाना क्षेत्र के खरसान गांव में है. पति से मनमुटाव के बाद वह गावां थाना क्षेत्र के बिरने में अपने भाभी टुनी देवी के साथ रहती थी. टुनी देवी के पति की मौत कुछ वर्षों पूर्व ही हो चुकी है. दोनों को तीन-तीन बच्चे हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे लाचारी में माइका निकालने गयी थी, जहां चाल धंसने से दोनों की मौत हो गयी. दोनों महिलाओं की मौत के बच्चे अनाथ हो गये है.

क्षेत्र में सक्रिय हैं कई खरीदार :

क्षेत्र के जंगली क्षेत्रों में अवैध रूप से निकाले गये माइका व ढिबरा को खरीदने के लिए कई खरीदार चक्कर काटते रहते हैं. वह कौड़ी के भाव में माइका व ढिबरा की खरीदारी करते हैं. बाद में उसे जंगल के रास्ते से बाहर भेज देते हैं. गोपनीय रूप से माइका व ढिबरा को जंगली रास्ते से वाहनों से गिरिडीह, कोडरमा समेत अन्य स्थानों पर भेजा जाता है. अवैध रूप से माइका व ढिबरा खनन क्षेत्र घने जंगलों में है. इसके कारण प्रशासन या वन कर्मियों के क्षेत्र में प्रवेश करते ही खनन कराने वालों को इसकी जानकारी मिल जाती है और वह घने जंगलों में छिप जाते हैं. प्रशासन को वहां से बैरंग लौटना पड़ता है.

वन परिसर पदाधिकारी पवन कुमार चौधरी ने कहा कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर क्षेत्र में सघन पेट्रोलिंग की जा रही है. मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. क्षेत्र में अवैध उत्खनन के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा.

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