सेविका के चयन में धांधली का आरोप, हंगामा
जमुआ प्रखंड के बाटी गांव में एक आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका के चयन में धांधली करने का आरोप चयन समिति पर लगाया गया है. बताया जाता है कि योग्य उम्मीदवार के रहते हुए अन्य चयन करने से ग्रामीण आक्रोशित थे. उन्होंने चयन समिति की मनमानी का विरोध कर रहे थे.
गिरिडीह.
जमुआ प्रखंड के बाटी गांव में एक आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका के चयन में धांधली करने का आरोप चयन समिति पर लगाया गया है. बताया जाता है कि योग्य उम्मीदवार के रहते हुए अन्य चयन करने से ग्रामीण आक्रोशित थे. उन्होंने चयन समिति की मनमानी का विरोध कर रहे थे. मिली जानकारी के अनुसार सेविका के चयन को लेकर बाटी में ग्राम सभा का आयोजन किया गया. इस पद के लिए कुल 14 उम्मीदवार थे, जिसमें से आठ उम्मीदवार पोषक क्षेत्र पिछड़ा वर्ग दो से थे. इन आठ अभ्यर्थियों में से तीन उम्मीदवारों की सूची तैयार की गयी. आवेदक कुमारी शीला और कुमारी रेणु वर्मा ने आरोप लगाया कि तीन उम्मीदवारों में से, जिसका चयन किया गया है वह अयोग्य है. बताया कि एमए की डिग्री रहते हुए ग्रेजुएट का चयन किया गया. चयन के गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया है. रेणु वर्मा ने बताया कि चयन में पारदर्शिता नहीं बरती गयी. ग्राम सभा स्थल पर चयन ना कर चयन समिति के सदस्यों को वाहन में बुलाकर उनसे हस्ताक्षर लिए गये. बताया कि वह एमए हैं और जब चयन समिति के समक्ष उन्होंने अंक पत्र दिया तो उन्होंने डिग्री मानने से इंकार कर दिया गया. फलस्वरूप मेघा सूची में उन्हें पांच अंक का लाभ नहीं मिला. वहीं, कुमारी शिला का कहना है कि परित्यक्ता को सेविका के चयन में प्राथमिकता देना है. वह एमए पास है, लेकिन प्राथमिकता का लाभ नहीं मिला.अनुमोदन के पूर्व होगी जांच : कश्यप
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप ने बताया कि उक्त मामले में अभी शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने के बाद उम्मीदवारों के आरोपों की जांच की जायेगी. बताया कि सेविका चयन का अनुमोदन तभी मिलेगा, जब सभी योग्यता के मापदंड को पूरा किया गया होगा. कहा कि किसी भी स्थिति में गड़बड़ी की छूट नहीं दी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है