पूर्व नियोजित साजिश कर की गयी अनिल की हत्या !

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमीन के कारोबारी अनिल यादव की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आरोपी बैजू रविदास ने हत्या में अपनी संलिप्तता की बात भी स्वीकार कर ली है. लेकिन कई साक्ष्य के साथ-साथ परिस्थितियां ऐसी उत्पन्न हो रही है कि हत्या को लेकर कई सवाल अब भी उठ रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 9, 2024 11:10 PM

हत्यारोपी के घर में भुजाली और पैकिंग के लिए बड़ा प्लास्टिक की उपलब्धता पर उठ रहे हैं सवाल

गिरिडीह.

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमीन के कारोबारी अनिल यादव की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आरोपी बैजू रविदास ने हत्या में अपनी संलिप्तता की बात भी स्वीकार कर ली है. लेकिन कई साक्ष्य के साथ-साथ परिस्थितियां ऐसी उत्पन्न हो रही है कि हत्या को लेकर कई सवाल अब भी उठ रहे हैं. जिन परिस्थितियों में अनिल यादव को धारदार हथियार भुजाली से काट-काटकर हत्या की गयी है, उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं घर के अंदर किसी की उपस्थिति नहीं होने की बात आरोपी द्वारा कहना, घर के अंदर भुजाली के साथ-साथ पैकिंग का बड़ा प्लास्टिक का होना कई सवालों को खड़ा करता है. भुजाली कहां से आयी और लाश पैकिंग के लिए प्लास्टिक घर के अंदर कैसे पहुंचा, इन सवालों का स्पष्ट जवाब का न होना यह स्पष्ट करता है कि आरोपी बैजू रविदास के बयान में कहीं न कहीं मनगढ़ंत प्लांट की गयी स्टोरी है. बता दें कि छह अगस्त को सरकारी कर्मी बैजू रविदास ने अनिल यादव की हत्या कर दी थी और लाश को पीरटांड़ के इलाके में फेंक दिया था. जिस लाश को पीरटांड़ के सुनसान इलाके में फेंका गया, उसे बड़े प्लास्टिक से बांधा गया था. पुलिस ने लाश के पास से दो मोबाइल भी जब्त किया है. बताया जाता है कि मोबाइल में भी इस हत्याकांड के कई राज छुपे हुए हैं. क्योंकि हत्या के बाद अनिल यादव का दोनों मोबाइल को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त स्थिति में पुलिस ने बरामद किया है. सूत्रों का कहना है कि अनिल यादव की हत्या की योजना तुरंत और परिस्थितिजन्य नहीं है. बल्कि इसकी हत्या के लिए एक सुनियोजित योजना बनायी गयी. साथ ही इस योजना को अंजाम देने में कुछ और लोगों का भी सहयोग लिया गया है. हालांकि, पुलिस का दावा है कि वह हर बिंदुओं पर जांच अभी कर रही है और शीघ्र ही इन सभी सवालों का जवाब सार्वजनिक कर दिया जायेगा.

78 लाख की जमीन खरीद-बिक्री की डील हुई थी रद्द

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर पैसे का लेन-देन का विवाद उत्पन्न हुआ था, वह सिहोडीह के संजीव कुमार शर्मा नामक व्यक्ति का है. यह जमीन संजीव शर्मा ने 13 जून, 2019 को डोरंडा रांची के शशिभूषण सिंह के नाम से बेचने का करार किया था. जमीन की कीमत 78 लाख रुपये है और इसके लिए संजीव ने पांच लाख रुपये अग्रिम लिया था और फिर बाद में दस लाख रुपये भी उसे मिला था. जानकारी के मुताबिक यह डील बाद में रद्द हो गयी और पैसे की वापसी को लेकर विवाद खड़ा हुआ. सूत्रों ने बताया कि 15 लाख रुपये अग्रिम में से 12 लाख रुपये वापस कर दिये गये थे. तीन लाख रुपये बकाया था और इसी डील में अनिल यादव को कमीशन के तौर पर रुपये मिलने थे. सूत्रों का कहना है कि जमीन के इस खरीद-बिक्री में सरकारी कर्मी बैजू रविदास भी शामिल था. मिली जानकारी के अनुसार यह जमीन गिरिडीह सदर प्रखंड के उदनाबाद मौजा का है जिसका खाता नंबर 55 और प्लॉट नंबर 1353 बताया जाता है. मिली जानकारी के अनुसार इस जमीन में और भी कई पार्टनर हैं, लेकिन संजीव का हिस्सा 40 प्रतिशत बताया जाता है.

दामाद की जिस कार का हुआ उपयोग, वह भी था छुट्टी पर

हत्या के आरोपी बैजू रविदास ने लाश फेंकने के लिए जिस कार का उपयोग किया, उसी के दामाद राजकुमार का बताया जाता है. सूत्रों का कहना है कि कार लौकी रविदास के नाम से है, लेकिन बैजू रविदास की शादी में यह कार दामाद को दी गयी थी. सूत्रों का कहना है कि जिस दिन घटना को अंजाम दिया गया, उस दिन कार को उसने अपने दामाद के घर से ही लाया था. बताया जाता है कि बैजू रविदास ने हत्या के पूर्व अपने परिजनों को घर से अन्यत्र तो भेज ही दिया था. साथ ही उसका दामाद राजकुमार भी एक अगस्त से छुट्टी पर था. राजकुमार पुलिस विभाग में कार्यरत है. अब पुलिस इस बात की तहकीकात में जुट गयी है कि उसके दामाद की संलिप्तता इस घटना में है या नहीं.

मां-पिता का लिया गया ब्लड सैंपल

एफएसएल की टीम ने घटनास्थल के साथ-साथ लाश बरामदगी स्थल का भी दौरा करने के बाद ब्लड का सैंपल एकत्रित कर लिया और शुक्रवार को मृतक अनिल यादव की मां और उसके पिता का भी ब्लड सैंपल लिया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूरे मामले की वैज्ञानिक तरीके से रिपोर्ट तैयार की जा रही है, ताकि आरोपी को किसी भी तरह का अवांछित लाभ नहीं मिल सके.

आरोपी बैजू रविदास को रिमांड पर लेगी पुलिस

इधर, पुलिस सूत्रों के मुताबिक बैजू रविदास ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी है. लेकिन अब भी कई सवाल पुलिस के पास है जिसका जवाब उन्हें नहीं मिल सका है. बैजू रविदास को जेल भेजने के बाद पुलिस को कई अन्य जानकारियां भी मिली है. इन सवालों का जवाब जानने के लिए बैजू रविदास को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शीघ्र ही पुलिस अदालत से बैजू रविदास की रिमांड मांगेंगी. (राकेश सिन्हा)

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