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Giridih News: असामाजिक तत्वों ने 50 साल पुरानी बाउंड्री ध्वस्त कियामनबढ़ू. 40-50 की संख्या में शास्त्रीनगर पहुंचे लोग50 लाख रंगदारी मांगने का महिला अधिवक्ता ने लगाया आरोप20. गिरिडीह. 33. घटनास्थल पर पहुंच असामाजिक तत्वों को खदेड़ती पुलिससंवाददाता, गिरिडीहशहर के शास्त्रीनगर मोहल्ले में 50 साल से भी अधिक पुरानी बाउंड्रीवाल को असामाजिक तत्वों ने ध्वस्त कर दिया. भू माफियाओं के इशारे पर उनके गुर्गों ने बाउंड्रीवाल को ध्वस्त करने के बाद धमकी भी दी है. घटना के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. जानकारी के अनुसार रविवार को प्रात: लगभग 40-50 की संख्या में एकत्रित होकर लोग शास्त्रीनगर पहुंचे और अधिवक्ता विद्याशंकर सहाय के पुराने बाउंड्री को ध्वस्त कर दिया. इसी बीच आसपास के लोग जमा हुए. इसके बाद दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ दिया. दोनों पक्षों को जमीन का कागजात लेकर थाना बुलाया गया. अधिवक्ता विद्याशंकर सहाय की पुत्री अधिवक्ता जया कुमार ने बताया कि उनके पिता की जमीन है, जहां वह वर्षों से रह रहे हैं. रविवार को बबलू अंसारी, मो सरफराज, छोटू, मो साकिब के साथ कई असामाजिक तत्व पहुंचे और पीछे का बाउंड्री ध्वस्त कर दिया. सभी लोग हरवे हथियार से लैस थे. हथियार का भय दिखाकर चहारदीवारी को जबरदस्ती तोड़कर अंदर घुस गये. हमारे एक परिजन को भी जान मारने की नीयत से घेर लिया गया और रंगदारी के रूप में 50 लाख रुपये की मांग की. उन्होंने थाना में दिया है. घर में रह रहे डॉ राजकिशोर शर्मा का कहना है कि उनके ससुर विद्याशंकर सहाय ने 1967 में उक्त जमीन खरीदी है और वे वहां रहते आ रहे हैं. जिस जमीन पर विवाद खड़ा किया जा रहा है, वह जमीन सत्यनारायण यादव ने 1971 में रुक्मिणी देवी और 1977 में राजीव रंजन को बेच दी गयी है. इधर, दूसरे पक्ष से राजेंद्र यादव का कहना है कि उन्हें जमीन मालिक सत्यनारायण यादव का बेटा ने पावर ऑफ एटर्नी दिया है और वे अपनी जमीन की घेराबंदी कर रहे थे. वहीं, शास्त्रीनगर मोहल्ले में रह रहे राजेश सिन्हा ने कहा कि यह सरासर गुंडागर्दी है. यदि जमीन का कोई विवाद है, तो संबंधित लोगों को विधि सम्मत तरीके से आना चाहिये. उन्होंने कहा कि सीधे आकर 50 साल से भी पुरानी दीवार को ध्वस्त कर देना आपराधिक मामला है. जमीन को लूटने की कोशिश की गयी है.आरोपियों पर दर्ज की गयी है प्राथमिकी : थाना प्रभारीइधर, गिरिडीह नगर के थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ कर शांति व्यवस्था बहाल की. उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषी लोगों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जायेगा. कहा कि जया कुमार के आवेदन पर बबलू अंसारी समेत कई लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.

Giridih News: जानकारी के अनुसार रविवार को प्रात: लगभग 40-50 की संख्या में एकत्रित होकर लोग शास्त्रीनगर पहुंचे और अधिवक्ता विद्याशंकर सहाय के पुराने बाउंड्री को ध्वस्त कर दिया. इसी बीच आसपास के लोग जमा हुए. इसके बाद दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ दिया. दोनों पक्षों को जमीन का कागजात लेकर थाना बुलाया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 21, 2024 12:40 AM

शहर के शास्त्रीनगर मोहल्ले में 50 साल से भी अधिक पुरानी बाउंड्रीवाल को असामाजिक तत्वों ने ध्वस्त कर दिया. भू माफियाओं के इशारे पर उनके गुर्गों ने बाउंड्रीवाल को ध्वस्त करने के बाद धमकी भी दी है. घटना के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. जानकारी के अनुसार रविवार को प्रात: लगभग 40-50 की संख्या में एकत्रित होकर लोग शास्त्रीनगर पहुंचे और अधिवक्ता विद्याशंकर सहाय के पुराने बाउंड्री को ध्वस्त कर दिया. इसी बीच आसपास के लोग जमा हुए. इसके बाद दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ दिया. दोनों पक्षों को जमीन का कागजात लेकर थाना बुलाया गया. अधिवक्ता विद्याशंकर सहाय की पुत्री अधिवक्ता जया कुमार ने बताया कि उनके पिता की जमीन है, जहां वह वर्षों से रह रहे हैं. रविवार को बबलू अंसारी, मो सरफराज, छोटू, मो साकिब के साथ कई असामाजिक तत्व पहुंचे और पीछे का बाउंड्री ध्वस्त कर दिया. सभी लोग हरवे हथियार से लैस थे. हथियार का भय दिखाकर चहारदीवारी को जबरदस्ती तोड़कर अंदर घुस गये. हमारे एक परिजन को भी जान मारने की नीयत से घेर लिया गया और रंगदारी के रूप में 50 लाख रुपये की मांग की. उन्होंने थाना में दिया है. घर में रह रहे डॉ राजकिशोर शर्मा का कहना है कि उनके ससुर विद्याशंकर सहाय ने 1967 में उक्त जमीन खरीदी है और वे वहां रहते आ रहे हैं. जिस जमीन पर विवाद खड़ा किया जा रहा है, वह जमीन सत्यनारायण यादव ने 1971 में रुक्मिणी देवी और 1977 में राजीव रंजन को बेच दी गयी है. इधर, दूसरे पक्ष से राजेंद्र यादव का कहना है कि उन्हें जमीन मालिक सत्यनारायण यादव का बेटा ने पावर ऑफ एटर्नी दिया है और वे अपनी जमीन की घेराबंदी कर रहे थे. वहीं, शास्त्रीनगर मोहल्ले में रह रहे राजेश सिन्हा ने कहा कि यह सरासर गुंडागर्दी है. यदि जमीन का कोई विवाद है, तो संबंधित लोगों को विधि सम्मत तरीके से आना चाहिये. उन्होंने कहा कि सीधे आकर 50 साल से भी पुरानी दीवार को ध्वस्त कर देना आपराधिक मामला है. जमीन को लूटने की कोशिश की गयी है.

आरोपियों पर दर्ज की गयी है प्राथमिकी : थाना प्रभारी

इधर, गिरिडीह नगर के थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ कर शांति व्यवस्था बहाल की. उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषी लोगों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जायेगा. कहा कि जया कुमार के आवेदन पर बबलू अंसारी समेत कई लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.

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