Giridih News: असामाजिक तत्वों ने खोल दिया था ट्रैक का फिश प्लेट, निगरानी में गड़बड़ी पकड़ाई
Giridih News: कोयले की लूट करने के लिए रेलवे रैक को पटरी से उतारने की साजिश रची गयी. हालांकि सीसीएल की ओर से रेलवे ट्रैक की निगरानी करने वाले लोगों की मुस्तैदी से संभावित बड़ा हादसा टल गया. इस संबंध में गिरिडीह कोलियरी के महाप्रबंधक बासब चौधरी ने बताया कि मोतीमोहल्ला के पास रेलवे पटरी में लगा नट बोल्ट को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा खोल दिया गया था. रेलवे ट्रैक की निगरानी करने वाले लोगों द्वारा इसकी जानकारी देने पर तुरंत एक टीम को उक्त क्षेत्र में भेजा गया. जांच में पाया गया कि एक स्थान पर रेल लाइन ज्वाइंट में लगे चार नटबोल्ट में से तीन नट-बोल्ट को किसी ने खोल दिया था. तुरंत ही सीसीएल ने रेल पटरी को दुरूस्त किया.
सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत सीपी साइडिंग से गिरिडीह स्टेशन तक जाने वाले रेलवे ट्रैक पर कोयला माफियाओं की गिद्धदृष्टि पड़ गयी है. इसे लेकर कोयले की लूट करने के लिए रेलवे रैक को पटरी से उतारने की साजिश रची गयी. हालांकि सीसीएल की ओर से रेलवे ट्रैक की निगरानी करने वाले लोगों की मुस्तैदी से संभावित बड़ा हादसा टल गया. इस संबंध में गिरिडीह कोलियरी के महाप्रबंधक बासब चौधरी ने बताया कि मोतीमोहल्ला के पास रेलवे पटरी में लगा नट बोल्ट को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा खोल दिया गया था. रेलवे ट्रैक की निगरानी करने वाले लोगों द्वारा इसकी जानकारी देने पर तुरंत एक टीम को उक्त क्षेत्र में भेजा गया. जांच में पाया गया कि एक स्थान पर रेल लाइन ज्वाइंट में लगे चार नटबोल्ट में से तीन नट-बोल्ट को किसी ने खोल दिया था. तुरंत ही सीसीएल ने रेल पटरी को दुरूस्त किया. साथ ही साथ इसकी सूचना गिरिडीह रेलवे स्टेशन के अधिकारी को दी गयी. श्री चौधरी ने बताया कि कई कोयला चोर रेलवे रैक से कोयले की चोरी करते हैं. उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि रेलवे रैक को पटरी से उतार कोयले की लूट करने की साजिश के तहत ही नट-बोल्ट को खोला गया होगा. बताया कि इसे दुरूस्त करा दिया गया है. बताया कि सिविल विभाग के संवेदक द्वारा रेलवे पटरी की निगरानी की जाती है. साथ ही रेलवे विभाग द्वारा भी इसकी निगरानी होती रहती है. कहा कि मोतीमोहल्ला के पास से गुजरी रेलवे लाइन को बार-बार प्रभावित करने का काम किया जाता है. इस मामले में सुरक्षा विभाग को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति ऐसा कृत्य ना करें जिससे सरकारी संपत्ति का नुकसान हो.
रैक के माध्यम से भेजा जाता है कोयला
गिरिडीह कोलियरी से रेलवे रैक के माध्यम से कोयला दूसरी जगहों पर भेजा जाता है. बताया जाता है कि रैक ले जाने के क्रम में कई कोयला तस्कर डब्बा में चढ़कर कोयला उतारने का काम करते हैं. यह काफी जोखिम भरा होता है. चूंकि यह सिंगल लाइन है और चढ़ाव रहने के कारण ट्रेन की स्पीड कम रहती है जिसका फायदा कोयला तस्कर उठाते रहे हैं. अब इनलोगों द्वारा रैक के डब्बे को डिरेल करने के उदेश्य से पटरी में लगे नटबोल्ट को खोलने का काम किया जा रहा है. हालांकि सीसीएल प्रबंधन काफी सतर्क है. प्रबंधन ने इस घटना के बाद सुरक्षा विभाग और सिविल विभाग के संवेदक को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है.अवैध खंता संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
गिरिडीह कोलियरी के महाप्रबंधक बासब चौधरी ने अवैध खंता संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने एसडीपीओ को पत्र लिखा है. इसके माध्यम से श्री चौधरी ने कहा है कि सीसीएल गिरिडीह क्षेत्र की ओर से लगातार अवैध खंता और कोयला चोरी के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है. अवैध खंतों को बंद करने के लिए डोजरिंग अभियान चलाया जा रहा है. सुरक्षा विभाग की ओर से अवैध खंता संचालकों व लोहा चोरी करने वालों के खिलाफ एफआईआर कराया गया है. दो मुख्य सरगना के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करायी गई है. इनलोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
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