हत्या में बैजू के अलावा शामिल हैं और भी लोग

अनिल यादव की हत्या की जांच जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है. पुलिस को कई चौंकाने वाले तथ्य मिलते जा रहे हैं. जिन परिस्थितियों में अनिल यादव की नृशंस हत्या काटकर की गयी है, उससे यह तो स्पष्ट हो ही गया है कि किसी एक व्यक्ति के बूते इस तरह हत्या नहीं की जा सकती है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 10, 2024 11:17 PM
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अनिल यादव हत्याकांड. हत्या के दिन छुट्टी से वापस लौटने के दो घंटे बाद फिर छुट्टी पर चला गया था बैजू का दामाद

गिरिडीह.

अनिल यादव की हत्या की जांच जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है. पुलिस को कई चौंकाने वाले तथ्य मिलते जा रहे हैं. जिन परिस्थितियों में अनिल यादव की नृशंस हत्या काटकर की गयी है, उससे यह तो स्पष्ट हो ही गया है कि किसी एक व्यक्ति के बूते इस तरह हत्या नहीं की जा सकती है. जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही एसआइटी के कुछ सदस्य भी अब इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि अनिल यादव की हत्या में कुछ और लोग भी शामिल हैं. इस हत्या में कितने लोग शामिल हैं और हत्या किन कारणों से हुई है, इसकी तह तक जाने के लिए पुलिस ने अपनी मशक्कत तेज कर दी है. बता दें कि छह अगस्त को जमीन कारोबारी अनिल यादव की हत्या काटकर कर दी गयी है और पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी बैजू रविदास को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है. इस मामले में आरोपी बैजू ने हत्या के आरोप को स्वीकार भी कर लिया है. लेकिन, गिरफ्तारी के बाद जितनी जानकारियां उसने पुलिस को दी है. पुलिस ने अब तक जिन तथ्यों को खंगाला है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि बैजू रविदास कुछ बातों को छिपा रहा है.

आरोपी के घर के पास ही रहता था बैजू का दामाद

वैसे तो बैजू रविदास का दामाद राजकुमार उसके घर के ही पास किराये पर रहता था. लेकिन, वह प्राय: अपने ससुर के घर न सिर्फ आया जाया करता था, बल्कि वहां रूकता भी था. बता दें कि राजकुमार पुलिस विभाग में काम करता था और वह एक अगस्त से छुट्टी पर कहीं गया हुआ था. गौरतलब बात तो यह है कि वह हत्या के दिन छुट्टी से वापस लौटने के दो घंटे बाद फिर छुट्टी पर चला गया. इसी दो घंटे के भीतर अनिल यादव की हत्या की बात सामने आ रही है. बता दें कि हत्या के बाद लाश छिपाने के लिए जिस सादे रंग की कार का उपयोग किया गया है, वह राजकुमार का ही था. जानकार बताते हैं कि कार के सभी कागजात बैजू रविदास के भाई लौकी रविदास के नाम से है. लेकिन, लोन सिर्फ लौकी के नाम से लिया गया है. यह कार शादी के दौरान राजकुमार को मिली थी. इस कार का उपयोग राजकुमार ही किया करता था.

पुलिस को कॉल डिटेल्स में कई संदिग्ध तथ्य मिले

एसआईटी के सदस्यों का कहना है कि हर मामले को जांच के दायरे में रखा गया है. सीसीटीवी फुटेज के अलावा मृतक अनिल यादव और हत्या के आरोपी बैजू रविदास के साथ-साथ कई अन्य संदिग्ध लोगों के भी कॉल डिटेल्स खंगाले गये हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि तकनीकी जांच में कई संदिग्ध तथ्य मिले हैं, जिसका सत्यापन पुलिस अपने स्तर से कर रही है. पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी गिरफ्तार तो कर लिया गया है, लेकिन उसकी स्टोरी में कितनी सत्यता है, यह फिलहाल नहीं कहा जा सकता.

कई सवालों का जवाब उगलेगा हत्यारोपी

एसआइटी की टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दे दी गयी है और पुलिस अलग-अलग बंटकर तथ्यों का संकलन भी कर रही है. लेकिन सबकुछ काफी गोपनीय रखा जा रहा है. विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ कॉल डिटेल्स में मिले कई संदिग्ध तथ्यों पर सवाल बनाकर रखा है. इन सवालों के जवाब का खुलासा हत्याकांड के मुख्य आरोपी बैजू रविदास ही कर सकता है. इसलिए बैजू रविदास को लगभग चार दिनों से भी ज्यादा रिमांड पर लेने की कोशिश में पुलिस लगी हुई है. शनिवार को अदालत बंद रहने के कारण रिमांड की कार्यवाई नहीं की जा सकी. पुलिस का कहना है कि सोमवार को रिमांड के लिए कोर्ट से अनुरोध किया जायेगा. अनिल यादव की हत्या पैसे के लेन-देन के लिए हुई या अवैध संबंधों के कारण या कोई और कारण है, इस बात का खुलासा करने में पुलिस लगी हुई है.

घटना के वक्त एक स्कूटी पर आया था युवक

घटना के दिन यानि छह दिसंबर को काफी बारिश हो रही थी. इसके कारण तथ्य जुटाने में पुलिस को काफी दिक्कत हो रही है. लेकिन, एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना का जो वक्त बताया जा रहा है, उस वक्त एक स्कूटी पर सवार होकर एक युवक आया था और स्कूटी हत्या के आरोपी बैजू रविदास के घर के गेट के पास रुकी थी. इस स्कूटी से एक युवक गेट के अंदर प्रवेश भी किया है. फिलहाल यह बात स्पष्ट नहीं हो पाया है कि स्कूटी पर सवार युवक कौन था. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर स्कूटी में आये इस व्यक्ति की भी तलाश में जुट गयी है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो दिनों का फुटेज का अध्ययन पुलिस ने कर लिया है. लेकिन पिछले कुछ और दिनों का फुटेज निकालकर इस घटना में शामिल लोगों तक पहुंचने के लिए पुलिस लगी हुई है.

एसआईटी हत्या के हर बिंदु पर कर रही है पड़ताल : एसपी

एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि अनिल यादव हत्याकांड की पूरी गुत्थी सुलझाने के लिए एसआईटी की टीम कड़ी मेहनत कर रही है. उन्होंने बताया कि एसआईटी हत्या के हर बिंदु पर पड़ताल कर रही है. तकनीकी और वैज्ञानिक तथ्यों व साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है. कहा कि शीघ्र ही इस घटना का उद्भेदन कर लिया जायेगा और हत्या के कारणों का भी खुलासा कर दिया जायेगा. फिलहाल किसी अंतिम निष्कर्ष में पहुंचना जल्दबाजी होगी. लेकिन, किसी भी स्थिति में इस घटना शामिल लोगों को बख्शा नहीं जायेगा. यह घटना जिला मुख्यालय में शहर के बीचों बीच होना ही दुर्भाग्यपूर्ण है. एसपी ने कहा कि मजबूती के साथ और त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस चार्जशीट फाइल करेगी.

कुछ दिन पूर्व ही पत्नी के लिए खरीदा था जेवर व कार

मृतक अनिल यादव अंतरजातीय विवाह वर्ष 2020 में गिरिडीह में ही किया था. अनिल यादव तिसरी में रहता था, लेकिन जमीन का कारोबार के लिए गिरिडीह आकर रहता था. इसी दौरान उसे प्यार हुआ और शादी कर ली. अपनी पत्नी को काफी प्यार करता था. उसने हाल ही में लगभग पांच लाख के जेवरात अपनी पत्नी के लिए खरीदा था और लगभग तीन माह पूर्व एक नयी कार भी खरीदी. हालांकि, पिछले दिनों एक हमला में उसकी कार क्षतिग्रस्त हो गयी थी और वह गंभीर रूप से घायल भी हो गया था. सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ माह से वह ड्रग्स लेने लगा था और ज्यादातर नशे में रहता था. इसके पीछे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, लेकिन हाल के दिनों में उसने पैसे के लेन-देन को लेकर कई लोगों को धमकियां भी दी थीं और कुछ लोगों से उसे भी धमकियां मिली थीं.

(राकेश सिन्हा)

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