Giridih News :प्रकृति की गोद में बसा है करंबा गांव का बरमसिया झरना

Giridih News :बगोदर मुख्यालय से दस किमी की दूरी पर देवराडीह पंचायत के करंबा गांव प्रकृति की गोद में बसा हुआ है, यहां का बरमसिया झरना पर्यटकों को लुभा रहा है. इस स्थल पर नये साल के आगमन से पूर्व पिकनिक मनाने के लिए लोगों का आना-जाना शुरू हो जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2024 10:17 PM

क्रिसमस व नववर्ष के मौके पर उमड़ते हैं लोग

बगोदर मुख्यालय से दस किमी की दूरी पर देवराडीह पंचायत के करंबा गांव प्रकृति की गोद में बसा हुआ है, यहां का बरमसिया झरना पर्यटकों को लुभा रहा है. इस स्थल पर नये साल के आगमन से पूर्व पिकनिक मनाने के लिए लोगों का आना-जाना शुरू हो जाता है. बता दें कि उक्त स्थल पर बगोदर मुख्यालय से उत्तर दिशा बगोदर-सरिया रोड होते हुए दस किमी की दूरी तय कर पहुंचा जाता है. इस झरने की एक खास बात है कि यहां का पानी सर्द मौसम में गर्म और भीषण गर्मी में शीतल रहता है. इस मनोरम स्थल के चारों ओर जंगलों व पहाड़ों के बीच बसे बरमसिया झरना का पानी का जल स्त्रोत उद्गम स्थल महज एक छोटी सी दाड़ी से होता है. यहां साल भर पानी गिरता रहता है. मौसम प्रतिकूल जल मिलने को लेकर कई बार इस स्थल का मुआयना भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से टीमों द्वारा किया गया है.

यहां शिव मंदिर में सावन में उमड़ता है श्रद्धालुओं का हुजूम

यहां परिसर में भगवान शंकर का भी मंदिर भी है. हर दिन पूजा के लिए लोग पहुंचते हैं. सावन माह में विशेष रूप से श्रद्धालुओं का हुजूम यहां उमड़ता है. बरमसिया झरना को लेकर कई लोग दावा करते हैं कि ठंड के दिनों में झरने के नीचे निरंतर स्नान करने से चर्म रोगों से राहत मिलता है.

पूर्व विधायक की पहल पर किये जा रहे विकास के कार्य

बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह की पहल पर पर्यटन विभाग की ओर से इसे पर्यटन क्षेत्र के रूप विकसित भी किया गया है ताकि नये साल में आने वाले लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके. बरमसिया झरना परिसर में पर्यटक विभाग से सामुदायिक भवन बनकर तैयार हो गया है. इसमें शौचालय, बड़ा हॉल को भी बनाया गया है ताकि शिव मंदिर होने के कारण वैवाहिक लगन में विवाह कार्यक्रम किया जा सके. इसके अलावा यहां आने वाले लोगों के लिए ठहरने की सुविधा के लिए कमरे हैं. पूरे परिसर में पेवर्स ब्लॉक भी लगाए गए हैं. साथ ही रात में बिजली सुविधा के लिए सोलर लाइट की भी व्यवस्था की गयी है. ताकि लोगों को परेशानी न हो. इसे लेकर परिसर को पर्यटन विभाग के द्वारा कई विकास के कार्य होने से आने वाले समय में उक्त स्थल की खुबसूरती बढ़ेगी. बरमसिया झरना गिरिडीह ही नहीं, राज्य में भी जाना जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version